
बीकानेर: इस मेगा हाइवे पर बिखरी है राख, वाहनों के आवागमन के दौरान कहीं हादसा ना हो जाए






बीकानेर: इस मेगा हाइवे पर बिखरी है राख, वाहनों के आवागमन के दौरान कहीं हादसा ना हो जाए
बीकानेर। समीपवर्ती अरजनसर में पल्लू फांटा पर चौक के पास दस दिन पहले थर्मल की राख से भरा एक बल्कर (ट्रक) बीच सड़क पलट गया। बल्कर को अगले दिन मालिक सीधा कर ले गया, लेकिन राख का ढेर दस दिन बाद भी आवागमन में बाधक बना है। इससे पूरे दिन उड़ने वाली गर्द से आसपास के दुकानदार सहित इस मेगा हाइवे से गुजरने वाले वाहन चालक परेशान हो रहे है। सड़क पर राख के ढेर से आए दिन हादसे हो रहे है, लेकिन इस राख को हटाने के लिए ना तो टोल कंपनी कुछ कर रही है और ना ही परिवहन विभाग।
राष्ट्रीय राजमार्ग और पल्लू मेगा हाइवे के जोड़ पर बिखरी इस राख को उठाने के लिए जागरूक लोगों ने टोल प्लाजा कंपनी से संपर्क किया, लेकिन कोई जिम्मेदार बनने को तैयार नहीं है। यहां के लोगों का कहना कि राजमार्ग संख्या 62 के टोल नाका ने इसे मेगा हाइवे का क्षेत्र बताकर इतिश्री कर ली। जबकि मेगा हाइवे वाले प्लाजा ने काफी ना नुकुर के बाद सिर्फ आश्वासन दिया। लापरवाही और अनदेखी के हालात यह है कि जैतपुर स्थित टोल प्लाजा वाले बात करने पर भी राजी नहीं है तथा रोजाना एक दो दिन का कह कर टरका रहे है। आक्रोशित ग्रामीण और दुकानदार इस मामले को लेकर टोल प्लाजा पर धरना देने की चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन संचालक की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। वाहन चालकों ने बताया कि टोल रोड पर सड़क सीमा में उखड़ा बर्म, उगे झाड़झंखाड़ और रैन कट से बेहद समस्याएं सामने आती है, लेकिन टोल कंपनी इस मामले से बेखबर है।
ग्रामीणों ने दस दिन बाद भी राख नहीं उठाने की कोताही पर कार्यवाही के लिए स्थानीय प्रशासन को भी अवगत करवाया है। उल्लेखनीय है कि इस टोल प्लाजा पर एंबुलेंस, क्रेन और अन्य बुनियादी सुविधाएं नहीं होने पर दो साल पहले लोगों ने प्रदर्शन किया था। तब एक बारगी उपलब्ध करवाई गई ये सारी सुविधाएं अब फिर नदारद है जो किसी दुर्घटना के वक्त भारी पड़ सकती है।


