बीकानेर: अब परकोटा भी महफूज नहीं, चेहरे पर नकाब और बिना नंबरी गाड़ी से कर रहे वारदात

बीकानेर: अब परकोटा भी महफूज नहीं, चेहरे पर नकाब और बिना नंबरी गाड़ी से कर रहे वारदात

बीकानेर: अब परकोटा भी महफूज नहीं, चेहरे पर नकाब और बिना नंबरी गाड़ी से कर रहे वारदात

बीकानेर। शहर का परकोटा भी अब सुरक्षित नहीं रहा है। चोरी, हत्या, जानलेवा हमला और लूट जैसी वारदातें हो रही हैं। हर साल बदमाश शहर के अंदरुनी इलाके में किसी न किसी व्यापारी को लूट का शिकार बना रहे हैं। मंगलवार सुबह घी-तेल के व्यापारी के साथ मारपीट व लूट के प्रयास की घटना से व्यापारी जगत में आक्रोश है।पिछले 11 महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो शहरभर में मोबाइल व चेन स्नेचिंग की 67 वारदातें हुईं जो पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हैं। इन सभी वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों की दो चीजें कॉमन रही है। एक बदमाश चेहरे पर नकाब बांध कर रखते हैं और दूसरा बिना नंबरी वाहन का इस्तेमाल करते हैं। बदमाश शहरभर में सुनसान जगह, अकेले बुजुर्ग, महिला व व्यापारी को अपना शिकार बनाते हैं। बाइक सवार नकाबपोश लुटेरे सुनसान सड़क के किनारे अंधेरे में खड़े होकर शिकार का इंतजार करते हैं। जैसे ही कोई पैदल या बाइक सवार आता है, उसे रोककर नकदी व गहने लूट लेते हैं। इनके रात को पुराने शहर और हॉस्पीटल तथा रेलवे स्टेशन के आस-पास खुली रहने वाली दुकानों पर ठिकाने हैं। जहां पर रातभर बैठे रहते हैं और वारदात करने के बाद लौट आते हैं। ज्यादातर वारदातें रात 2 से सुबह 5 बजे के बीच करते हैं।

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