
बीकानेर: अब एलपीजी गैस से होगा शवों का अंतिम संस्कार






बीकानेर: अब एलपीजी गैस से होगा शवों का अंतिम संस्कार
बीकानेर। संभाग का पहला गैस आधारित शवदाह गृह कल्याण भूमि आरसीपी में बनकर तैयार हो गया है। कंपनी की ओर से इस शवदाह गृह की ट्रायल भी ली जा चुकी है। निगम अब ट्रायल लेगा। संभावना है आचार संहिता के बाद इस शवदाह गृह को शुरू कर दिया जाएगा। राज्य सरकार की शहरी जनसहभागिता योजना के तहत इसका निर्माण हुआ है। करीब 84 लाख रुपए की लागत से यह तैयार हुआ है। इस शवदाह गृह में शवों का अंतिम संस्कार गैस से होगा। गैस आधारित शवदाह गृह का सिविल कार्य पूरा होने के साथ-साथ इसमें आवश्यक मशीन स्थापित हो चुकी है। 30 गुणा 60 फीट आकार में यह बनकर तैयार हुआ है। शव के अंतिम संस्कार के दौरान धुएं को निकालने के लिए करीब 100 फीट ऊंचाई की चिमनी भी बनाई गई है। अंतिम संस्कार के दौरान अंतिम यात्रा में आए लोगों के बैठने के लिए टिन शैड भी बनाए गए है। गैस आधारित शवदाह गृह में शव के अंतिम संस्कार के लिए एक साथ दस गैस सिलेण्डर चालू होंगे। लेकिन एक शव के अंतिम संस्कार में एक व्यवसायिक गैस सिलेण्डर जितनी ही गैस का उपयोग होगा। इस शवदाह गृह में दस गैस सिलेण्डर स्टैण्ड बाई रहेेंगे। शव के अंतिम संस्कार के दौरान मशीन का धुआं स्क्रबर रूम में आएगा। पाइप से धुआं फिल्टर होगा व यहां से चिमनी के माध्यम से बाहर निकलेगा।


