
बजट में बीकानेर को कुछ खास नहीं,लूणकरनसर व श्रीडूंगरगढ़ को भूल गई सरकार






खुलासा न्यूज,बीकानेर। बीकानेर की रेलवे क्रासिंग समस्या को लेकर बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। हालांकि रेल बाइपास के लिए स्थानीय विधायक व ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने घोषणा की थी।राज्य के बजट में बीकानेर को कुछ खास नहीं मिला है। दो महाविद्यालयों की घोषणा हुई है, जिसे अमलीजामा पहनाने में सरकार एक साल का वक्त लगा देगी। बीकानेर की सबसे बड़ी रेल फाटक समस्या को लेकर सरकार मौन है तो आर्थिक सहयोग को तरस रहे यहां के विश्वविद्यालयों के लिए कोई प्रावधान नहीं हुआ। वित्त मंत्री के तौर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी घोषणाओं में बीकानेर शहर के अलावा खाजूवाला, श्रीकोलायत और नोखा में कुछ न कुछ किया है लेकिन श्रीडूंगरगढ़ और लूणकरनसर के लिए कोई खास घोषणा नहीं है।
रेल बाइपास या एलिवेटेड
बीकानेर में रेल बाइपास बनाया जायेगा या फिर एलिवेटेड रोड पर काम होगा? इस सवाल का जवाब राज्य सरकार की ओर से इस बजट में नहीं दिया गया। रेल बाइपास के लिए कोई अलग से बजट का प्रावधान नहीं रखा गया है। वहीं एलिवेटेड रोड का जिक्र नहीं करके सरकार ने इसे नहीं बनाने की मंशा जाहिर कर दी है। बीकानेर रानी बाजार से अंडर ब्रिज बनाने की घोषणा का इंतजार ही रह गया। इसके लिए भी सरकार ने कोई प्रावधान नहीं किया है।
विश्वविद्यालयों को कुछ नहीं
बीकानेर में वर्तमान में चार सरकारी विश्वविद्यालय है लेकिन किसी को भी अतिरिक्त बजट या आर्थिक सहयोग नहीं दिया गया है। सबसे ज्यादा हालत बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय की है, जिसका बजट एक बड़े कॉलेज जितना ही रह गया है। वहीं महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, वेटरनरी विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय को भी कोई सहयोग नहीं मिल पाया है। वेटरनरी विश्वविद्यालय पर डेयरी महाविद्यालय स्थापित करने का बोझ डाल दिया गया है। यह महाविद्यालय कैसे बनेगा, ये अभी तय नहीं है।
नोखा में आरओबी बनेगा, पर अभी नहीं
नोखा में रोड ओवर ब्रिज बनाने के लिए एक बार फिर प्रावधान कर दिया गया है लेकिन एक साल में तो सिर्फ डीपीआर ही तैयार होगी, जबकि निर्माण कार्य अगले साल होगा। ऐसे में तय है कि आने वाले दो साल तक नोखा के लोगों को आरओबी नसीब नहीं होने वाला है।
शिक्षा मुख्यालय को कुछ नहीं
शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने काफी घोषणाएं की है लेकिन प्रारम्भिक व माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को मजबूत करने की दिशा में भी कोई काम नहीं हुआ है। बीकानेर में प्रारम्भिक शिक्षा बोर्ड स्थापित करने की मांग अर्से से चल रही है लेकिन बजट में इस पर फिर कोई विचार नहीं किया गया।
इन दो विधानसभाओं को भूल गए
बीकानेर की लूणकरनसर और श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए बजट में कुछ खास नहीं है। दरअलस, इन दोनों विधानसभाओं में गैर कांग्रेसी विधायक है। श्रीडूंगरगढ़ में तो हाल ही में नगर पालिका चुनाव भी कांग्रेस हार गई थी। हालांकि गैर कांग्रेसी नोखा विधानसभा के लिए घोषणाएं की गई है।


