Gold Silver

बीकानेर / आमजन को भी बड़ी राहत मिलेगी, जल्द ट्रेनें इलेक्ट्रिकल लाइनों से होगी संचालित

खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । नागौर-बीकानेर रेलमार्ग के मध्य विद्युतीकरण कार्य ने गति पकड़ ली है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो अगले साल से यहां ट्रेनें इलेक्ट्रिकल लाइनों से संचालित होगी। बीकानेर से वाया नागौर होते हुए मेड़तारोड जंक्शन तक 173 किमी लंबे रेल मार्ग पर इन दिनों खड्डे खोदे जाकर फांउडेशन कार्य, पोल लगाने आदि कार्य तेज गति से हो रहा है। जिन फाटकों पर ओवरब्रिज की सुविधा नहीं है वहां रेलवे के ठेकेदार हाइट गेज बना रहे हैं। नागौर शहर के गुडला फाटक पर भी इन दिनों हाइट गेज का निर्माण हो रहा है। इसकी हाइट साढ़े 15 फुट रखी गई है। अब यदि इससे अधिक ओवरलोडेड वाहन इसके नीचे से गुजर नहीं पाएंगे। जानकारों की मानें तो हाइट गेज लगाने का उद्देश्य आग लगने की घटनाएं रोकना है क्योंकि विद्युतीकरण होने के बाद क्षमता से अधिक माल लदा होने पर तारों के आग पकड़ने की आशंका रहेगी। बीकानेर नागौर मार्ग पर 25 हजार केवी के तार लगाए जा रहे हैं।

रेलवे सहित आमजन को होगा फायदा

जानकारों के अनुसार रेल पटरियों के ऊपर विद्युतीकरण होने से रेलवे को जहां फायदा होगा वहीं आमजन को भी बड़ी राहत मिलेगी। आने वाले समय में 46 से अधिक ट्रेनों का संचालन बिजली से होगा। मालगाडिय़ां भी अपने निर्धारित समय पर गंतव्य स्थान पर पहुंच सकेगी। समय व राजस्व धन की निश्चित रूप से बचत होगी। रेलवे सूत्रों के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे ने पूरे जोन में विद्युतीकरण का लक्ष्य दिसंबर 2023 रखा गया है। मेड़ता रोड- बीकानेर 173 किमी के मध्य भले ही डबल लाइन का कार्य अब तक स्वीकृति नहीं है मगर विद्युतीकरण कार्य स्वीकृत होने के कारण कार्य किया जा रहा है। एक अनुमान के अनुसार रेलवे को विद्य़तीकरण के बाद रोजाना लाखों रुपए की बचत होगी क्योंकि अभी डीजल इंजन के संचालन से एक ट्रेन चलाने पर 500 रुपए प्रति किलोमीटर का खर्च आ रहा है। ये खर्चा बिल्कुल बंद हो जाएगा।

Join Whatsapp 26