
बीकानेर कलक्टर ‘खनन माफिया’ के संग! 5 लाख टन मिट्टी निकालकर बेच दी , कीमत करीबन एक अरब






– सवाल यह कि खनन माफियाओं के खिलाफ अब तक क्यों कार्यवाही नहीं की गई ?
– सवाल यह कि जब बच्चा-बच्चा जान रहा है तो प्रशासन को यह सब क्यों नहीं दिखता
– मुकदमा दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस क्यों नहीं ले रही है एक्शन ?
– कलक्टर क्यों है चुप
खुलासा न्यूज, बीकानेर। जमीन और गोचर पायतन औरन के दुश्मन खनन माफियाओं ने श्री कोलायात और गंगापुरा क्षेत्र में वाइट कल्ले बजरी के भंडार पर डाका डाल दिया । बिना लीज अनुमति के खनन माफियाओं ने श्री कोलायत की नदियों केचमेंट एव गंगापुरा की ओरण 5 -7 अन्य जगहों पर मिट्टी व बजरी निकाल कर बड़े बड़े गड्ढे बना दिये है । वन विभाग ,तालाब पायतन,गोचर,ओरण, नंदी नालो में बिना लीज सरकारी भूमि में रोज औसतन 2500 टन मिट्टी व बजरी निकालकर रातोरात ट्रको में भरकर बाहर गुजरात बेचते है। पहला लॉकडाउन लगते ही प्रशासन कोरोना प्रबन्ध में जुट गया था ,जिसका फायदा माफियाओं ने उठाया ,रात होते ही पायतन ओरण में बने अवैध खनन के रास्ते रोशन हो जाते है । मिट्टी व बजरी निकालने के बाद मसीनों से ट्रको को भरकर रातोरात खनन क्षेत्रो से बाहर निकाल दिया जाता है इसमें काफी बार ग्रामीणों ने विरोध जताया था । पायतन ,ओरण ,सरकारी भूमि से अवैध खनन करके पास में भंडारण, गुजराती व्यापारी रेट तय करते है । फारेस्ट ,खातेदारी, गोचर,पायतन,ओरण भूमि से मिट्टी निकालकर पास में ही जगह जगह भंडारण किया जाता है, दिन में मिट्टी के गुजराती तस्कर रेट तय करते है शाम होते ही ट्रक व ट्रेलरों से मिट्टी गुजरात भेजते है । नेशनल हाईवे पहुचने से पहले माईनस एसोसिएशन के अध्यक्ष के द्वारा खनन माफियाओं को मिट्टी का रवाना दे दिया जाता है ।
सोशल एक्टिविस्ट दलीपसिंह राजपुरोहित का कहना है कि कलक्टर और खनि अभियंता की मिलीभगत से अवैध खनन हो रहा है।
मुकदमा दर्ज होने के बावजूद नहीं रूकवाया जा रहा अवैध खनन
वर्ष 2021 में खान एव खनिज विकाश विनियम अधिनियम 1957 व भारतीय दंड सहिता की धाराओं में सम्बंधित एफ आई आर सख्या 0087/2021,83/2021,0086/2021 गजनेर थाने में दर्ज होने के बावजूद अवैध खनन को नहीं रुकवाया जा रहा है । जिन जिन क्षेत्रों में जल ससाधन विभाग अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीँ कर रहे उन क्षेत्रों में अधिक अवैध खनन हो रहा है।


