बीकानेर शहर को किसकी लगी नजर ! हकीकत कर देगी सोचने को मजबूर - Khulasa Online बीकानेर शहर को किसकी लगी नजर ! हकीकत कर देगी सोचने को मजबूर - Khulasa Online

बीकानेर शहर को किसकी लगी नजर ! हकीकत कर देगी सोचने को मजबूर

– हर जुबान पर यही सवाल
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। आखिर बीकानेर शहर को किसकी नजर लग गई है। हर जुबान पर अब यही सवाल है। आप हकीकत जानकर सोचने को मजबूर हो जाओगे। जी हां,
जिले में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। बीकानेर के सभी थानों में रोजाना दर्ज हो रहे मामलों के चलते लग रहा है कि यहां सबकुछ ठीकठाक नहीं है और लोगों का सुख चैन छीनता हुआ नजर आ रहा है। बीकानेर के पुलिस थानों में पिछले कई दिनों से लगातार दर्ज होने वाले मामलों में कमी आने की बजाया बढ़ रहे है। जानकारी के मुताबिक रोजाना लगभग दो दर्जन मामले दर्ज हो रहे है। पहले नयाशहर और गंगाशहर थाना क्षेत्र में हर रोज चारी की नई वारदात सामने आती थी, फिर पवनपूरी और जेएनवी थाना क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों में भी चारी की वारदातें सामने आने लगी। अचानक लोगों की गाडिय़ां गायब हो जाती थी कहीं पर घर के आगे से तो कहीं मार्केट से तो कहीं घर के बाहर लगा पानी का मीटर उखाड़ते हुए चोर नजर आए। फिर सिलसिला चला दुष्कर्म का कहीं पर नाबालिग के साथ तो कहीं महिला के साथ आए दिन दुष्कर्म की खबरों से बीकानेर शर्मशार हो रहा है। ऐसे में पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसा ही चलता रहा तो सुख-शांति से रहने वाला बीकानेर का चैन की नींद नहीं सो सकेगा। अपराधों पर रोक लगाने के लिए बड़े कदम उठाने जरूरी हो गए है।

क्या हो गया है मेरे शहर को : कामिनी भोजक
जिस शहर को गंगा जमुनी संस्कृति की तहजीब का खिताब मिला हो जो शहर अपने भाईचारे और मिलनसारिता का परिचायक रहा हो । उसी शहर में इन दिनों यह लगता है किसी की बहुत बुरी नजर लग गयी है । अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय पुलिस का स्लोगन भी उल्टा प्रतीत हो रहा है। अखबार की सुर्खियों में जहाँ पहले आध्यात्मिक आयोजनों और रचनात्मक कार्यो की भरमार थी वहां उसी बीकानेर में रोज दुष्कर्म की घटनाओ से अखबार अटा पड़ा है । यह हम सब के लिए चिंता का विषय है।
– कामिनी भोजक, सोशियल वर्कर

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