
बीकानेर शहर में बिजली सुधार पर 23 करोड खर्च ,शिकायतों में 29 फीसदी तक कमी





बिजली की औसत आपूर्ति उपलब्धता 2351 घंटा तक पहुची
उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी शिकायतों में 29 फीसदी तक कमी
बीकानेर। शहर में बिजली आपूर्ति में व्यापक स्तर पर सुधार के लिए बीकेईएसएल ने करीब 23 करोड़ रुपए खर्च किए है। इसी का नतीजा रहा है कि शहर में बिजली की औसत आपूर्ति की उपलब्धता 23 घंटे से अधिक पहुंच गई है। यही नहीं शहर में व्यक्तिगत शिकायतों के लिए बिजली आपूर्ति की बहाली का समय अब 63 मिनट हो गया है।
बीएसएफ के सीईओ शान्तनू भट्टाचार्य ने बताया कि शहर में बिजली की आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार के लिए 231 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर डीटी में रनिग का काम शुरू किया गया है। इस पर कम्पनी ने करीब 14.27 करोड रुपए खर्च किए। इस दौरान खुले तारों को हटाकर आर्मेड केबिल लगाने नए खम्बा लगाने के साथ ढीले तारों को कसना व जोइंटिंग बॉक्स लगाने का काम किया गया। इसके अलावा डीटी वलीनिंग वाले इलाके में अगर लोड बढ़ा हुआ है तो वहां अधिक क्षमता का नया ट्रांसफारमर लगाया गया। उपभोक्ताओं की कटी या खराब सर्विस कपिल भी बदली गई। बीकेईएसएल ने पिछले दिनों उपभोक्ताओं को अपनी कटी या खराब केबिल बदलने का मौका भी दिया था। सैकड़ों लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है। डीटी क्लीनिंग के बाद इन इलाकों को अच्छी गुणवत्ता वाली बिजली मिलने लगी है.
इसका कार्य का इन क्षेत्रों को मिला लाभ
विश्नोई मोहल्ला, राजा पब्लिक स्कूल, अबेडकर कॉलोनी, चूना भट्टा, सुभाषपुरा, केला माता, भगवानपुर, रानीसर पुलिया, राम लीला मैदान, माता वैश्नो नगर, जगदंबा मार्केट, सासियों का मोहल्ला, फूलनाथ बगीची, मुस्तफा मस्जिद के पीछे व आसपास का क्षेत्र
लोहे के खम्बों से सुरक्षा
भट्टाचार्य ने बताया कि कम्पनी ने उपभोक्ताओं की सुरक्षा, उचित विद्युत आपूर्ति व वोल्टेज को सुधारने के कार्यों पर 8.34 करोड़ रुपए खर्च किए। बीकेईएसएल ने बरसात के मौसम के दौरान नागरिकों और जानवरों को लोहे के खम्बों से आने वाले करंट से बचाने के लिए प्लास्टिक के पाइप लगाने का अभियान शुरू किया है, अब तक 865 लोडे के खम्बों को प्लास्टिक पाइप से कवर किया जा चुका है।


