
बीकानेर : पालिकाध्यक्ष बनाना चुनौतीपूर्ण, परिवादों का निस्तारण, जानें क्या सामने आया पुलिस जांच में





श्रीडूंगरगढ़ । श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष का चुनाव अब पूरे राजस्थान में हॉट सीट बन गया है। जहां पर बहुमत के बाद भी भाजपा के लिए अपना पालिकाध्यक्ष बनाना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। यहां पर कांग्रेस ने भाजपा को रोकते हुए आत्मघाती कदम उठाते हुए अपनी पार्टी का सिंबल ही हटा लिया और भाजपा से बागी हुए निर्दलीय को सर्मथन दिया है। अब इस राजनैतिक जंग के मैदान में हर पल नई खबरें सामने आ रही है। निर्दलीय प्रीति शर्मा के पास तीन निर्दलीय एवं 14 कांग्रेस का सर्मथन लेने के बाद भी अभी 18 का आंकडा है और बहुमत के लिए आंकड़ा 21 चाहिए। इसलिए प्रीति शर्मा को सर्मथन दिलवाने के लिए 6 पार्षदों के परिजनों ने पुलिस एवं एसडीएम को परिवाद देकर अपने परिजन पार्षद को पेश करने की मांग की थी। लेकिन यह योजना काम नहीं कर पाई क्योंकि इन छह में से 5 पार्षदों के परिजनों ने तो दुबारा थाने पहुंच कर अपनी परिवाद ही उठा ली थी और केवल एक वार्ड नम्बर 7 के पार्षद मंगतुराम के परिजनों की परिवाद कायम रही। इस परिवाद की भी जांच हो गई है एवं एसडीएम ने परिवाद को निस्तारित कर दिया है। एसडीएम दिव्या चौधरी ने बताया कि परिवाद के संबध में पुलिस से जांच करवाई गई है एवं संबधित पार्षद ने सक्षम पुलिस अधिकारी के सामने लिखित एवं विडियो बयानों में अपनी स्वेच्छा से भाजपा के शिविर में रहना स्वीकार किया है। ऐसे में परिवाद पर कार्रवाई कर धारा 97 के वारंट निकालने की आवश्यकता नहीं रही व परिवाद का निस्तारण कर दिया गया है। अब छह पार्षदों को हाजिर करने की सभी परिवाद निस्तारित हो गई है एवं प्रीति शर्मा को बहुमत जुटाने के लिए और अधिक प्रयास करनें होगें।


