
बीकानेर बंद रहा सफल, लेकिन वार्ता रही बेनतीजा, अब 30 को फिर जुटेंगे






खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में सोलर कंपनियों की ओर से लगातार खेजड़ी के पेड़ काटने और राज्य सरकार की ओर से कोई नीति नहीं बनाने के विरोध में गुरुवार को बीकानेर बंद सफल रहा, लेकिन प्रशासन हुई वार्ता बेनतीजा रही। अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर से वार्ता की, लेकिन इस वार्ता पर किसी पर प्रकार कोई हल नहीं निकला। कलेक्टर ने मामला राज्य सरकार के अधीनस्थ होने की बात बताते हुए कहा कि जिला प्रशासन अपने स्तर पर कुछ नहीं कर सकता है। इसी तरह पुलिस प्रशासन ने भी पल्ला झाड़ लिया। अब मामला राज्य स्तरीय बन गया है, क्योंकि अब लड़ाई सीधे राज्य सरकार से लडऩी पड़ेगी। बताया जा रहा है कि 30 दिसंबर को फिर जुटेंगे। इससे पहले बड़ी संख्या में लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां राज्य सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने पर पूरे दिन बिश्नोई समाज के लोग, भाजपा के दिग्गज नेता देवीसिंह भाटी सहित राजनीति दलों के लोग व सामाजिक व व्यवसायिक संगठनों के लोग उपस्थित रहे। प्रशासन पर दबाव बनाया, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही।
इससे पहले बिश्नोई समाज ने सर्व समाज को साथ लेकर शहर के मुख्य मार्गों के साथ ही गली-मोहल्लों की दुकानें भी बंद करवाई गई। शहर के कई प्राइवेट मार्केट भी बंद रखे गए। बिश्नोई महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अलग-अलग टोली बनाकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घूम-घूमकर बाजार बंद करवाये। महासभा के पदाधिकारियों ने कोटगेट से केईएम रोड और कोटगेट से दाऊजी मंदिर तक अलग-अलग टीमों को भेजा। सुबह-सवेरे पहुंची इन टीमों को देखते ही दुकानों के शटर डाउन होने शुरू हो गए। वहीं नौ-दस बजे बाद खुलने वाली दुकानों के शटर ऊपर ही नहीं हुए। दाऊजी मंदिर से सार्दुल सिंह सर्किल तक दुकानें पूरी तरह बंद रही। इसके अलावा जस्सूसर गेट, नत्थूसर गेट, रानी बाजार, स्टेशन रोड, पंचशति सर्किल, जयनारायण व्यास कॉलोनी, खजांची मार्केट, जैन मार्केट सहित अनेक क्षेत्रों में भी बाजार पूरी तरह बंद रहे। इस दौरान मुख्य मार्गों पर पुलिस की गश्त रही। बड़ी संख्या में आरएसी के जवान भी तैनात रहे।
दरअसल, बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में हर रोज नए-नए सोलर प्लांट लग रहे हैं। इन प्लांट को लगाने के लिए हजारों की संख्या में खेजड़ी के पेड़ काट दिए गए हैं। पेड़ों को काटने के बाद नियमानुसार दूसरे लगाने होते हैं, ये काम भी नहीं हो रहा। स्थिति ये है कि अकेले बीकानेर में कई गांवों से खेजड़ी लुप्त हो गई है। जिससे पर्यावरण को भी बड़ा नुकसान हो रहा है।
सीएम ने दिया था आश्वासन
बीकानेर के कलेक्टरी परिसर में ग्रामीण अर्से से धरना दे रहे थे। इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से नागौर यात्रा के दौरान मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जल्द ही सख्त कानून बनाने और गैर कानूनी तरीके से खेजड़ी के पेड़ काटने वालों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। इसी आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया था। अब तक इस दिशा में कोई काम नहीं होने पर अब बीकानेर बंद की घोषणा की गई। गुरुवार को समाज के लोगों ने बंद के लिए अलग-अलग टीम बनाई।


