
बीकानेर आबकारी विभाग में सबसे बड़ा घपला !, उदयपुर से आई टीम






खुलासा न्यूज़, बीकानेर। जिला आबकारी विभाग में सबसे बड़ा घपला होने की ख़बर सामने आई है। उदयपुर से अकाउंट सेक्शन की टीम बीकानेर आई हुई है। आबकारी के सहायक आयुक्त ओपी पंवार ने बताया कि उदयपुर से 6 सदस्यीय टीम कागजात खंगाल रही है। आरोप है कि पिछले तीन माह में इस विभाग मदिरा के नाम करीब एक करोड़ रूपए का घपला किया है। बताया जा रहा है कि बीकानेर व हनुमानगढ़ में रिकॉर्ड खंगाले जा रहे है। विभाग की प्रक्रिया के अनुसार शराब ठेकेदारों को गोदाम से मदिरा लेने के लिए राशि बैंक में जमा करवाना होती है। इसके लिए ईमित्र से तीन चालान निकलवाने पड़ते हैं। चालान की राशि संंबंधित पांच या छह बैंकों में एक में जमा करवानी होती है। एक चालान की कॉपी बैंक के पास रहती है और दो चालान की कॉपी ठेकेदार को दी जाती हैं। इसमें से एक कॉपी ठेकेदार खुद के पास रखता है और दूसरी चालान की कॉपी मदिरा उठाने के लिए गोदाम में जमा करवाता है।
करोड़ों की राशि कहां गई, चल रही है जांच
जानकारी के अनुसार भादरा क्षेत्र की दस दुकानों की मदिरा की 20 लाख 36 हजार दो सौ रुपए की राशि का चालान तो आबकारी कार्यालय में पहुंच गया लेकिन राशि खाते में जमा नहीं हुई। इसी तरह रावतसर क्षेत्र की सात मदिरा दुकानों के माल की राशि 45 लाख 92 हजार 150 रुपए की राशि भी विभाग के खाते में जमा नहीं होना पाया गया। जबकि इसका चालान विभाग की फाइलों में जमा है। इसके अलावा नोहर की 12 मदिरा की दुकानों की ओर से उठाई गई शराब की राशि में से 33 लाख 30 हजार 400 रुपए की राशि विभाग के बैंक अकाउंट में तो जमा नहीं हुई, लेकिन विभाग के फाइलों में जमा बोल रही है। कुल मिलाकर 99 लाख 58 हजार 750 रुपए विभाग के खाते में जमा नहीं हुए लेकिन राशि गई कहां इसकी गुपचुप तरीके से जांच चल रही है। इस पूरे मामले में चालान जमा नहीं होने को कारण बताया जा रहा है।

