
कल नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम में भीड़ जुटाना मेघवाल के लिए बड़ा टास्क






खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में हजारों करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण करने कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीकानेर आ रहे हैं। मोदी के कार्यक्रम को लेकर भाजपा की तैयारी जोरो पर है। कहीं मीटिंगों के दौर चल रहे है तो कहीं गांव-गांव घूम लोगों को पीले चावल बांटकर सभा में आने का न्यौता दिया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से भाजपा के दिग्गत यहां डेरा डाले बैठे हैं, जो केवल बीकानेर जिले की नहीं बल्कि संभाग स्तर की बैठकें लेकर नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को किस तरह सफल बनाया जा सके इस पर जोर व जिम्मेदारियां दी जा रही है। कार्यक्रम को सफल बनाने की बात आती है तो सबसे अधिक जिम्मेदारी केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के कंधों पर है, क्योंकि वे बीकनेर जिला प्रतिनिधित्व करते हैं, संभाग के सबसे बड़े लीडर है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे नरेन्द्र मोदी की केबिनेट टीम का हिस्सा है और कानून मंत्री के रूप में जिम्मेदारी अपनी निभा रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम में भीड़ जुटा कार्यक्रम को सफल बनाना उनकी अधिक जिम्मेदारी हो जाती है। इस जिम्मेदारी को भांपते हुए अर्जुनराम मेघवाल ने पहले से ही जिम्मा संभाल रखा हैं, वे पिछले कुछ दिनों ने दिल्ली से बीकानेर लगातार आ-जा रहे हैं और अधिकारियों के संपर्क में रहते हुए कार्यक्रम को लेकर दिशा-निर्देश दे रहे है। चाहे सभा स्थल हो या चाहे विकास कार्यों का शिलान्यास-लोकार्पण स्थल हो, मेघवाल स्वयं अपनी टीम के साथ व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लगातार मौके पर पहुंचकर निरीक्षण दिशा-निर्देश दे रहे। इन सबके बीच उनके कंधों पर कार्यक्रम में भीड़ जुटाना भी एक बड़ा टास्क है। लगभग दो लाख से अधिक लोगों का दावा किया जा रहा है। जिसको लेकर अर्जुनराम मेघवाल लगातार मीटिंगे लेकर स्थानीय नेताओं से लेकर हर एक छोटे से छोटे कार्यकर्ता को जिम्मेदारी दे रहे है। राजनीति जानकारों की माने तो इस बार मेघवाल के सामने भीड़ जुटाना इतना बड़ा काम नहीं है, इसका बड़ा कारण यह है कि जो गुट मेघवाल से दूरी बनाए हुए था, कहीं ना कहीं अब वह गुट भी साथ आता दिखाई दे रहा है। वहीं, दूसरा बड़ा कारण यह भी कि जब से मेघवाल का केन्द्र में कद बढ़ा है, उसके बाद राजस्थान में भी मेघवाल की पकड़ और मजबूत हुई है, जिसमें खासकर दलित वर्ग में। हालांकि जिले में कांग्रेस के मंत्री गोविंदराम मेघवाल भी अपने समाज में अच्छी पकड़ रखते है, दोनों आपस में धू्रव विरोधी माने जाते है, ऐसे में अर्जुनराम मेघवाल के सामने भीड़ न जुटा पाना एक बड़ा प्रमुख कारण बन सकता है, हालांकि नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम में ऐसा होने की कम सभावना है। ऐसे में यह तो अब समय ही बता पाएगा कि अर्जुनराम मेघवाल भीड़ जुटा पाने में सफल हो पाते या नहीं।


