
धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन से जुडी आयी बड़ी खबर






जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आने वाले महीनों में धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रोटोकॉल तैयार किया जाए, ताकि कोविड संक्रमण के प्रसार से बचा जा सके। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। जिस तरह दूसरी लहर अचानक आई और देशभर में हाहाकार मच गया, उसी तरह तीसरी लहर भी कभी भी आ सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सामाजिक एवं व्यावसायिक गतिविधियों में छूट का दायरा बढ़ाया है। सरकार चाहती है कि स्थितियां सामान्य हों, लेकिन लोग कोविड प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना नहीं करेंगे, तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है। गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान की समीक्षा कर रहे थे।दूसरी डोज के लिए वैक्सीन आपूर्ति बढ़ाए केन्द्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में आवश्यकता के अनुरूप वैक्सीन की आपूर्ति नहीं होने के कारण लोगों को दूसरी डोज लगाने में देरी हो रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे केन्द्र सरकार से समन्वय कर वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ाने की मांग रखें, जिससे निर्धारित समय पर अधिक से अधिक लोगों को दूसरी डोज लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ निरन्तर तीसरी लहर की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में जल्द से जल्द दोनों डोज लगाना जरूरी है।आपूर्ति के अनुपात में 1.8 फीसदी वैक्सीनेशन मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे चिकित्साकर्मियों ने पूरी दक्षता के साथ वैक्सीनेशन किया है। उन्होंने जहां भी संभव हुआ वैक्सीन की एक वायल में से 10 के अतिरिक्त मिलने वाली 11वीं डोज का भी उपयोग किया। जिससे राजस्थान में वैक्सीन की आपूर्ति के अनुपात में 1.8 प्रतिशत अधिक वैक्सीनेशन हो सका है।असंक्रामक रोगों के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि विभाग तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए तैयारियां कर रहा है। असंक्रामक रोगों के लिए भी डोर टू डोर सर्वे प्रारंभ किया गया है। इससे मौसमी बीमारियों की प्रभावी रोकथाम तथा कोविड संक्रमण की स्थिति का आकलन संभव हो सकेगा।


