
सफाईकर्मी भर्ती को लेकर आई बड़ी खबर: स्कूल, कॉलेज, दुकान मॉल अस्पताल में एक साल सफाई का अनुभव वाले भी बन सकेंगे सफाईकर्मी







जयपुर। प्रदेश में सफाईकर्मी भर्ती को लेकर उपजे विवाद में बीच का रास्ता निकाल लिया है। स्वायत्त शासन एवं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, सचिव महेश चंद्र शर्मा के पास गौर वाल्मीकि युवाओं की तरफ से पहुंची शिकायतों के बाद यह रास्ता निकाला गया है।
अब किसी स्कूल, कॉलेज, दुकान, मॉल, अस्पताल से लेकर किसी प्राइवेट जगह पर भी एक साल सफाई करने का अनुभव रखने वाले भी सफाईकर्मी भर्ती के लिए पात्र होंगे। स्वायत्त शासन विभाग ने नई गाइड लाइन को मंजूरी दे दी है और अब 13,184 नए पदों पर भर्ती इस नियम को आधार मानकर की जाएगी।
9 जून की अधिसूचना में किया था 1 साल का अनुभव अनिवार्य
प्रदेश भर के निकायों में 13,184 पदों पर सफाई कर्मियों की भर्ती के लिए इस 9 जून को अधिसूचना जारी की गई थी। सफाईकर्मी के पद पर भर्ती के लिए जरूरी शर्त रखी थी कि आवेदक के पास कम से कम एक वर्ष का सफाई कार्य का अनुभव आवश्यक होगा। सफाई अनुभवन को लेकर भर्ती नियमों में सीमित प्रावधान किए जाने से गैर वाल्मीकि वर्ग के युवा आक्रोशित थे।
नियम जिनके कारण मंत्री के घर प्रदर्शन हुआ
पहले नियम थे कि किसी भी नगर निगम, नगर परिषद या नगर पालिका, राज्य या केन्द्र सरकार के विभाग या स्वायत्तशासी संस्था और अद्र्ध सरकारी संस्था में न्यूनतम एक वर्ष का अनुभव।
इन सरकारी एजेंसियों में सफाई कार्य का अनुभव।
भले ही अभ्यर्थी ठेके पर या किसी प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से वहां तैनात रहा हो।
इस सीमित अनुभव के चलते अन्यत्र स्थानों पर काम करने वाले युवा भर्ती के पात्र नहीं थे।
सफाई कार्य का अन्य अनुभव रखने वाले युवा मांग नियम में रियायत की मांग कर रहे थे।
इसको लेकर स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर प्रदर्शन भी हुआ।
फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लेने की युवाओं में होड़ मची हुई है।
अनुभव प्रमाण पत्र देने के नाम पर युवाओं से हजारों रुपए वसूले जा रहे थे।
अब ये रखी शर्तें
किसी घर में भी अगर सफाई कार्य करने का एक साल का अनुभव हो तो वह भी सफाई कर्मी भर्ती के लिए आवेदन कर सकेगा।
निजी संस्थान जैसे स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, होटल्स, फैक्ट्री, घर, दुकान या मॉल या फिर ऐसा स्थान जहां सफाई कार्य नियमित होते हैं, का एक साल का अनुभव।


