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बडी खबर : सरकारी अफसर व कार्मिक अब नहीं खा सकेंगे खस्ता समोसे-कचोरी-जलेबी

जयपुर । सरकारी मीटिंगों में अल्पाहार को लेकर फिक्स किया गया मेन्यू चर्चा में है। इस संबंध में जारी एक विभागीय परिपत्र वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया पर से दिलचस्प प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
भजनलाल सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा सरकारी मीटिंगों में अल्पाहार को लेकर फिक्स किया गया मेन्यू चर्चा में है। इस संबंध में जारी एक विभागीय परिपत्र वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया से दिलचस्प प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
जानकारी के अनुसार जयपुर स्थित सचिवालय के मीटिंग हॉल्स में होने वाली बैठकों के लिए मंगवाए जाने वाले अल्पाहार को लेकर मेन्यू फिक्स कर दिया गया है। यानी कि जारी हुए मेन्यू से इत्तर कोई खाद्य सामग्री नहीं मंगवाई जा सकेगी। इसी तरह से इन्हीं बैठकों में पीने के पानी को लेकर भी दिशा निर्देश जारी हुए हैं।
अब खा सकेंगे सिर्फ रोस्टेड आइटम्स
जारी हुए दिशा-निर्देशों के अनुसार सचिवालय की बैठकों में अब सिर्फ और सिर्फ रोस्टेड चना, रोस्टेड मूंगफली, मखाने और मल्टी-ग्रेन डाइजेस्टिव बिस्किट ही उपलब्ध करवाई जाएगी। इन आइटम्स को स्वास्थ्य दायक अल्पाहार मानकर बैठकों के मेन्यू में शामिल किया गया है।
पानी के लिए सिर्फ कांच की बोतल
बैठकों में पीने के पानी के संबंध में भी गाइडलाइंस जारी हुई हैं। इसके तहत अब बैठकों में सिर्फ कांच के गिलास और कांच की बोतल से ही पानी पीया जा सकेगा। कांच के गिलास और बोतल बैठक में उपलब्ध रहेगी।
सचिवालय की बैठकों में अल्पाहार को लेकर परिपत्र कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव डॉ मुकुट बिहारी जांगिड़ की ओर से 23 जनवरी को जारी हुआ है। इसमें कार्मिक विभाग की बीते 4 जनवरी को आयोजित बैठक गए फैसलों का हवाला दिया गया है।
परिपत्र में कहा गया, ‘सचिवालय में समिति कक्ष प्रथम, समिति कक्ष द्वितीय और कॉन्फ्रेंस हॉल इत्यादि में आयोजित होने वाली शासन सचिवालय के सभी विभागों की बैठकों में आवश्यकता अनुसार अनुमत वित्तीय प्रावधानों के अनुरूप निम्नानुसार ही सामग्री उपलब्ध करवाई जाए। इनमें रोस्टेड चना, रोस्टेड मूंगफली, मखाने और मल्टीग्रेन डाइजेस्टिव बिस्किट आदि जैसे स्वास्थ्य दायक अल्पाहार ही उपलब्ध करवाए जाएं। साथ ही, कांच के गिलास और कांच की बोतल के माध्यम से ही पेयजल उपलब्ध करवाया जाए।’

 

 

शव दफनाने पहुंचे, तो मांगा आईडी…मचा बवाल, आखिर हुआ क्या था ?

बीकानेर। व्यथित परिजन शव को लेकर कलक्ट्रेट के सामने पहुंच गए। यहां परिजनों ने एएसपी सिटी दीपक शर्मा से मुलाकात की और जिला प्रशासन के अधिकारियों को पीड़ा बताई। इस पर पुलिस व प्रशासन के दखल के बाद शव को कब्रिस्तान में दफनाया गया। पीबीएम अस्पताल में उपचाराधीन एक महिला की गुरुवार को मौत हो गई। परिजन शव को दफनाने कब्रिस्तान लेकर पहुंचे, जहां आईडी प्रूफ नहीं होने से शव को दफनाने नहीं दिया गया। इससे व्यथित परिजन शव को लेकर कलक्ट्रेट के सामने पहुंच गए। यहां परिजनों ने एएसपी सिटी दीपक शर्मा से मुलाकात की और जिला प्रशासन के अधिकारियों को पीड़ा बताई। इस पर पुलिस व प्रशासन के दखल के बाद शव को कब्रिस्तान में दफनाया गया। जानकारी के अनुसार, अंजुम शेख (43) नाम की महिला पिछले कई दिनों से बीमार थी। उसे पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजन शव को दफनाने के लिए पूगल रोड स्थित कब्रिस्तान लेकर गए। वहां मौजूद सुरक्षा कर्मचारी ने महिला से धार्मिक पहचान का प्रमाण मांगा। इसके बाद परिजन शव को लेकर कलक्ट्रेट पहुंच गए। एएसपी सिटी दीपक शर्मा ने समाज के लोगों से बात की। काफी देर मशक्कत के बाद सहमति बनी, जिसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया।

यह था मामला
दरअसल, महिला ने विवाह अपनी मर्जी से किया था, जिससेे समाज के लोग नाराज थे। महिला बीमार पडी और उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई, तो परिजन शव को दफनाने पहुंचे, जहां उसका आईडी प्रूफ मांगा गया, जिसको लेकर परिजनों ने आपत्ति जताई और कलक्ट्रेट कार्यालय शव लेकर पहुंच गए।

 

 

बीकानेर पुलिस का फरियादी ऐप , जो करेगा लोगों की शिकायतें छू-मंतर
बीकानेर। बीकानेर में सबसे अधिक शिकायतें हो रही हैं और अनूपगढ़ में सबसे कम हैं। शिकायतों का समय पर निस्तारण नहीं होने से शिकायतकर्ता जयपुर उच्चाधिकारियों के पास पहुंच रहे हैं। शिकायतों का निस्तारण होने में भी काफी देरी आ रही है।
पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को न्याय दिलाने के ध्येय वाक्य के साथ बीकानेर रेंज पुलिस ने नवाचार किया है। पुलिस के पास हर दिन सैकड़ों शिकायतें आती हैं, जिनका निस्तारण लंबे समय तक भी नहीं हो पाता और शिकायतकर्ता सुनवाई नहीं होने पर मुख्यालय पहुंचता है। अब बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने इसका तोड़ निकाल लिया है। आईजी ने एक ऐसा एप बनवाया है, जो शिकायत का पूरा डाटा संग्रहित रखेगा। ऐप में शिकायत दर्ज होने पर 15 दिन में निस्तारण होगा। आईजी और एसपी के पास सिग्नल जाएगा। इस पर आईओ को तलब किया जाएगा। यह ऐप शिकायत निगरानी प्रणाली (सीएमएस) के तहत काम करेगा। सीएमएस पर आईजी कार्यालय की साइबर सेल निगरानी रखेगी। प्रदेश में इस तरह का यह पहला प्रयास है, जो पीडि़त को राहत देगा। पहले चरण में ऐप पुलिस कर्मचारियों-अधिकारियों के लिए सुलभ होगा। इसके बाद आमजन इसमें शिकायत खुद दर्ज कर सकेंगे।
बीकानेर में अधिक, अनूपगढ़ में कम
बीकानेर रेंज कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीकानेर रेंज के बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व अनूपगढ़ जिले में एक जनवरी, 23 से 25 जनवरी, 24 तक 41 हजार 870 शिकायत मिलीं, जिसमें से 32 हजार 458 का निस्तारण हुआ, जबकि 9 हजार 412 शिकायतें अभी तक पेंडिंग चल रही हैं। बीकानेर में सबसे अधिक शिकायतें हो रही हैं और अनूपगढ़ में सबसे कम हैं। शिकायतों का समय पर निस्तारण नहीं होने से शिकायतकर्ता जयपुर उच्चाधिकारियों के पास पहुंच रहे हैं।
इसलिए पड़ी जरूरत
बीकानेर रेंज पुलिस की ओर से पुलिस पब्लिक पंचायत कार्यक्रम चलाकर गांवों में लोगों को पुलिस का मददगार बनाने की कोशिश की। आमजन से सामंजस्य बनाया। अपराध पर अंकुश लगाने के प्रयास किए। पीपीपी के बाद से लोग शिकायतें लेकर तो पुलिस के पास पहुंचने लगे, लेकिन शिकायतों का निस्तारण नहीें हो पा रहा था। शिकायतकर्ता महीनों तक पुलिस थाने के चक्कर काटते रहते।
ऐसे होगा काम
शिकायतकर्ता की एक आईडी बनेगी।
ऐप में शिकायत दर्ज होते ही उसे पीडीएफ मिलेगी, जिसमें आईओ के नाम, नंबर होंगे।
15 दिन में शिकायत का निस्तारण होगा।- निस्तारण रिपोर्ट की एक कॉपी परिवादी को मिलेगी।

 

 

घंटेभर तक युवक सडक़ पर तड़पते रहे, लोग वीडियो बनाते रहे, एक की मौत
बीकानेर। देररात को एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे कार सवार दो युवक गंभीर घायल हो गए। हादसे के बाद वहां से गुजर रहे वाहन चालक व राहगीर तमाशबीन बने देखते रहे। जय नारायण व्यास कॉलोनी थाना इलाके में जयपुर-गंगानगर बाइपास पर गुरुवार देररात को एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे कार सवार दो युवक गंभीर घायल हो गए। हादसे के बाद वहां से गुजर रहे वाहन चालक व राहगीर तमाशबीन बने देखते रहे। कोई मदद को आगे नहीं आया। लोग घटनास्थल व सडक़ पर खून से लथपथ युवकों के वीडियो बनाते रहे। बाद में कांग्रेस नेता रामनिवास कुकणा मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को लेकर पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचे, जहां एक युवक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरे का इलाज चल रहा है। जेएनवीसी थाना के कार्यवाहक एसएचओ हरबंशलाल ने बताया कि पेमासर निवासी करण (20) पुत्र सुखाराम मेघवाल एवं सुनील (26) पुत्र नत्थूराम मेघवाल दोनों कार लेकर पेमासर से जयपुर-गंगानगर सर्किल की तरफ जा रहे थे। गाड़ी अनियंत्रित होकर रॉन्ग साइड जाकर पलट गई, जिससे कार में सवार दोनों गंभीर घायल हो गए। दोनों युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव रामनिवास कूकणा के गांव पेमासर के रहने वाले थे। हादसे की सूचना मिलने के कुछ ही मिनट के भीतर वे मौके पर पहुंच गए। उस समय वहां करीब 20 गाडिय़ां खड़ी थीं। लोग वीडियो तो बना रहे थे, लेकिन मदद कोई नहीं कर रहा था।

 

 

राजस्थान में अब इन कर्मचारियों की जाएगी नौकरी
जयपुर । जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड में कार्यरत सेवानिवृत कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त होंगी। इस संबंध में नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग ने आदेश जारी किया है। गौरतलब है कि जेसीटीएसएल में कार्यालय और उडऩदस्तों में सेवानिवृत कर्मचारी कार्यरत हैं। आदेश के बाद सभी की सेवाएं समाप्त की जाएंगी। इससे पहले नगरीय विकास एवं स्वास्थ्य शासन विभाग के अधीन निकायों में सेवानिवृत्ति उपरांत समेकित पारिश्रमिक, संविदा, पे-माइनस पेंशन अथवा अन्य किसी भी माध्यम से कार्यरत सेवानिवृत कर्मचारियों अधिकारियों की सेवाएं समाप्त की गई है। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा के निर्देश पर दोनों विभागों ने संयुक्त आदेश जारी किया है। आदेश में यह भी लिखा गया है कि पालना रिपोर्ट भिजवाई जाए। सीएम भजन लाल शर्मा ने किया ध्वजारोहण, बोले – राम राज्य की तरफ बढ़ रहे हम, देखें तस्वीरें
सूत्रों की मानें तो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय हर महीने करोड़ों रुपए सेवानिवृत्त कर्मचारियों और अधिकारियों पर ही खर्च किया जा रहा था। इनकी जांच कराई तो सामने आया कि जिस मकसद से इन्हें रखा गया था, वो काम हो नहीं रहे है। यही वजह है कि यूडीएच मंत्री की पहली समीक्षा बैठक के बाद ही बेवजह लगे सेवानिवृत्त कर्मचारियों और अधिकारियों को हटाने के संबंध में चर्चा हुई थी। अब आदेश निकालकर इनकी सेवाएं समाप्त की जा रही हैं। आपको बता दें कि पूर्ववर्ती सरकार के समय बड़ी संख्या में यूडीएच, डीएलबी, जेडीए सहित कई निकायों में सलाहकार के नाम पर सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया था।

 

 

25 वर्षीय युवक की हुई अकाल मौत, जवान बेटे की मौत से माता-पिता सदमें में
श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के अंतिम छोर पर बसे गांव धनेरू के एक 25 वर्षीय युवक की अकाल मृत्यु हो गई। जानकारी के अनुसार परमेश्वरलाल मेघवंशी पुत्र रेखाराम मदनगंज किशनगढ़ की एक मार्बल फैक्ट्री में काम करता था। गुरूवार को दोपहर 1 बजे परमेश्वरलाल मार्बल फैक्टी में ग्रेनाइट काटने के काम आने वाले पानी के टैंक को बन्द करने गया तो उस दरमियान 25 फिट गहरे टैंक में गिर गया। शोर मचाने पर मजदूर इक्कठे हुए और टैंक को खाली किया गया लेकिन तब तक परमेश्वरलाल की जान जा चुकी थी। पुलिस को सूचना के बाद शव को राजकीय यज्ञनारायण अस्पताल मोर्चरी में रखवाया गया। घटना के बाद मदनगंज थानाअधिकारी घनश्याम सिंह भी मोर्चरी पहुंचे। इस घटना से जवान बेटे परमेश्वरलाल के माता-पिता सदमें में है। मृतक परमेश्वरलाल के दो बच्चे एक 5 साल व 1 वर्ष के है। परमेश्वरलाल मार्बल फैक्टी में हेल्पर का काम करता था। मृतक का अंतिम संस्कार गांव में कर दिया गया है।

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