बीकानेर से बड़ी खबर : एनआईईएलआईटी इंस्टीट्यूट बीकानेर में मंजूर, इलेक्ट्रॉनिक्स-कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स सीख सकेंगे स्टूडेंट्स - Khulasa Online बीकानेर से बड़ी खबर : एनआईईएलआईटी इंस्टीट्यूट बीकानेर में मंजूर, इलेक्ट्रॉनिक्स-कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स सीख सकेंगे स्टूडेंट्स - Khulasa Online

बीकानेर से बड़ी खबर : एनआईईएलआईटी इंस्टीट्यूट बीकानेर में मंजूर, इलेक्ट्रॉनिक्स-कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स सीख सकेंगे स्टूडेंट्स

बीकानेर। केन्द्र सरकार ने बीकानेर में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौधोगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) खोलने की मंजूरी दी है। डूंगर कॅलेज और महाराजा गंगासिंह विवि में 200 कम्प्यूटर की लैब से कला और वाणिज्य वर्ग के स्टूडेंट्स इलेक्ट्रिॉनिक्स और कम्प्यूटर हार्डवेयर से जुड़े 80 तरह के कोर्स की डिजाइन स्टडी कर सकेंगे। एनआईईएलआईटी का यह देश का 45 वां राष्ट्रीय स्तर का ये केन्द्र होगा।
जानकारी के मुताबिक इस केन्द्र के स्थापित होने से बीकानेर की इंडस्ट्रीज की जरूरतों को पूरा करने के लिए कोर्स की डिजाइन किए जाएंगे। गलीचा उधोग को टैक्सटाइल डिजाइनर और सोने की कसीदाकारी के भी डिजाइन तैयार किए जा सकेंगे। हाल ही में सूचना प्रौधोगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केन्द्र की सेमी कंडक्टर मिशन के तहत बीकानेर में राष्ट्रीय स्तर का संस्थान खोलने की मंजूरी दी।
ये महाराजा गंगासिंह विवि और डूंगर कॉलेज में स्थापित किए जाएंगे। इससे बीकानेर संभाग और प्रदेश के छात्र तकनीकी रूप से दक्ष हो सकेंगे। कला और वाणिज्य संकाय के स्टूडेंट्स को ज्यादा फायदा मिलेगा। इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े एडवांस कोर्स भी शामिल होंगे। राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके बीकानेर के गलीचा उधोग और सोने की कसीदाकारी से जुडे केड-कैम जैसे सॉफ्टवेयर पर भी ट्रेनिंग दी जाएगी। डूंगर कॉलेज में 200 कम्प्यूटर की लैब स्थापित होगी। इसमें केन्द्र सरकार एक मुश्त सात करोड़ रुपए मंजूर कर चुकी है। एमजीएस विवि में प्रशासनिक स्ट्रक्चर खुलेगा।
ऐसे समझें केन्द्र को
यहां आईआईटी इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी सेक्टर, कम्प्यूटर के सॉफ्टवेयर से संबंधित 80 तरह के कोर्स होंगे। ग्रेजुएशन करने के बाद यहां प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स से एमओयू होगा। यानी कोर्स करने के बाद सीधे नौकरी प्रस्तावित की जाएगी। कोरल डिजाइनिंग, फोटो शॉप, वेव डवलपिंग, सर्च इंजन, डिजिटल मार्केटिंग, हार्डवेयर एसेंमबलिंग, लैपटॉप एसेंबलिंग, प्रिंटर समेत इलेक्ट्रॉनिक्स में चिप डिजाइनिंग के फॉरवर्ड कोर्स भी शामिल किए गए हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेमी कंडक्टर मिशन शुरू किया है जो करीब सवा दो लाख करोड़ की इंडस्ट्री है।
इसमें मैन पावर तैयार करने के लिए भी इस केन्द्र का उपयोग होगा। 80 लाख रुपए प्रति वर्ष सेंटर कमाई भी करेगा। अंग्रेजी भाषा सीखने के लिए फोनेटिक्स सेंटर होगा जो आईआईटी दिल्ली और गुवाहाटी के बाद बीकानेर की इस लैब में स्थापित किया जाएगा।
केन्द्र से मंजूरी मिल गई। जगह भी चिन्हित की जा चुकी है। इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने का काम जल्दी ही शुरू कराया जाएगा। इससे संभाग समेत प्रदेश भर के स्टूडेंट्स को फायदा होगा। टेक्निकल क्षेत्र का ये बड़ा सेंटर है। तमाम स्टूडेंट्स को दूसरे शहरों में नहीं जाना होगा। – अर्जुनराम मेघवाल, केन्द्रीय मंत्री

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