
बडी खबर: अमित शाह के कमांडों की सडक़ हादसे में मौत,संभाल रहे थे पर्सनल सिक्योरिट






अलवर। देश के गृह मंत्री अमित शाह की सिक्योरिटी संभालने वाले जवान की सडक़ हादसे में मौत हो गई। सीआरपीएफ जवान दो दिन पहले ही दिल्ली से छुट्टी लेकर घर की तरफ आ रहा थे। अचानक बीच रास्ते में कार पलट और हादसे में मौत हो गई। मामला अलवर जिले के बहरोड़ थाना क्षेत्र के करोड़ा गांव का है। हादसा 8 अक्टूबर को रात करीब 11:30 बजे हुआ। जानकारी के अनुसार सुनील यादव (29) अलवर जिले के मुंडावार थाने के महनपुरबास के रहने वाले हैं। दिल्ली को वे अपने साले की गाड़ी में दिल्ली से अलवर के लिए निकले। साथ में हरियाणा के रेवाड़ी में रहने वाला उनकी बुआ का लडक़ा भी साथ था। बताया जा रहा है कि करोड़ा गांव के पास अचानक कोई अज्ञात जानवर आ गया। तभी कार पलट गई। इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोग उन्हें बहरोड़ के सरकारी हॉस्पिटल ले गए। जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। रविवार को सुनील यादव का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। हालांकि सुनील की मौत के बाद अब सामने आया कि वे गृहमंत्री की पर्सनल सिक्योरिटी देखते थे।
2011 में शामिल हुए थे सेना में, ढाई साल से देख रहे थे सिक्योरिटी
सुनील यादव 2011 में ष्टक्रक्कस्न में बतौर सैनिक जॉइन की गई थी। कुछ समय बाद उन्हें कमांडो बना दिया गया था। वे ढाई साल से गृहमंत्री शाह की सिक्योरिटी देख रहे थे। अमित शाह के हर दौरे और कार्यक्रम में फ्रंट पर नजर आते थे।
सुनील को आसपास के गांवों के लोग सुनील फौजी के नाम से जानते थे। वह गांव के युवाओं को भी आर्मी में जाने के लिए मोटिवेट करते थे। हाल ही में 11 जुलाई 2022 को अपने जन्मदिन पर गांव में ही ब्लड डोनेशन कैंप लगाया था। इसमें करीब 91 यूनिट ब्लड डोनेट किया गया।
पिता खेती-बाड़ी करने वाले
सुनील घर में कमाने वाले अकेले थे। 2015 में उनकी शादी हुई थी और एक बेटा व बेटी है। एक छोटा भाई है जो कॉलेज में पढ़ता है। पिता शेरसिंह खेती बाड़ी का काम करते हैं। इस हादसे ने परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
दोस्त एडवोकेट रूपेश यादव ने बताया कि सुनील की मौत से कई गांवों में शोक है। असल में सुनील सबकी मदद करने वाला व्यक्ति था। गांव के युवाओं को भी उनके करियर को लेकर गाइड करता रहता थ्था। गेम्स और आर्मी के बारे में बताता रहता कि कैसे वह इस फिल्ड में अपना करियर बना सकते हैं।


