
निगम में गौशाला की आड़ में बड़ा खेल,जमीनी फाइल को लेकर मचा है घमासान





बीकानेर। बीकानेर नगर निगम में पिछले लंबे समय से गौशाला में अव्यवस्था के चलते निगम राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। जिसके चलते न केवल निगम में अधिकारियों-कार्मिकों और पार्षदों में अनबन हो रही है। बल्कि शहर में पिछले साढ़े पांच वर्षों निगम की छवि भी खराब हुई है। अंदर खाने की बात ये है कि निगम में गौशाला की आड़ में बड़ा खेल खेला जा रहा है। जिसको लेकर अधिकारियों और महापौर में घमासान मचा है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि गंगानगर रोड पर एक अपार्टमेन्ट की फाइल को लेकर निगम आयुक्त व महापौर में तनातनी चल रही है। इस अपार्टमेन्ट में शहर के दो भाजपाई नेता और एक व्यापारी फ्लेट लेना चाहते है। लेकिन अपार्टमेन्ट का मालिक ने इन्हें देने से इंकार कर दिया। इस अपार्टमेन्ट के मालिक ने निगम में अपनी फाइल लगा रखी है। जिसकी कागजी कार्यवाही को लेकर आयुक्त व महापौर में खींचतान चल रही है। विश्वस्त सूत्र ने बताया कि गौशाला प्रकरण में आयुक्त के रवैये को आधार बना कर भाजपा के इन नेताओं ने आयुक्त को घेरने की रणनीति बनाई है।
पिछले पांच वर्षों से ऐसा ही चल रहा है निगम में
गौर करने वाली बात ये है कि पिछले भाजपा बोर्ड में भी कांग्रेसी पार्षदों ने अनेक बार कब्जों व बिल्डिग़ के नियमनों की फाइलों को लेकर महापौर पर आरोप लगाएं थे और महापौर-आयुक्त की आपसी खींचतान के अनेक उदाहरण आमजन के सामने आएं थे। इसके बाद इस भाजपा बोर्ड में भी कुछ ऐसे हालात देखने को मिल रहे है। जब महापौर व आयुक्त में आपसी तनातनी नजर आ रही है। ऐसे में अब निगम के आमजन के कामकाज से ज्यादा आयुक्त-जनप्रतिनिधियों के विवाद के किस्से शहर भर में सुनने को मिल रहे है।

