नकली नोट के मामले मे बड़ा खुलासा: जयपुर में पकडे गए फेक करेंसी कारखाने से ही नागौर आये थे नकली नोट - Khulasa Online नकली नोट के मामले मे बड़ा खुलासा: जयपुर में पकडे गए फेक करेंसी कारखाने से ही नागौर आये थे नकली नोट - Khulasa Online

नकली नोट के मामले मे बड़ा खुलासा: जयपुर में पकडे गए फेक करेंसी कारखाने से ही नागौर आये थे नकली नोट

नागौर। 16 दिन पहले लाडनूं पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए बुंदू खां को गिरफ्तार किया गया था। उसके कब्जे से कऱीब एक लाख 97 हजार रुपए के नकली नोट बरामद करने के मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि नकली नोटों की ये खेप 3 महीने पहले जयपुर में पकड़े गए नकली नोटों के कारखाने से ही छपकर आई थी। तब स्ह्रत्र की पकड़ में आये मुख्य सरगना बृजेश मौर्य व मास्टरमाइंड रफीक सहित अन्य आरोपियों ने इसकी कोई जानकारी स्ह्रत्र को नहीं दी थी।
लेकिन अब मामले की जांच कर रहे डीडवाना स्॥ह्र नरेंद्र जाखड़ जयपुर जेल से मास्टर माइंड रफीक और पुरे गिरोह के सरगना बृजेश मौर्य को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाये। इन दोनों से हुई पूछताछ में ये खुलासा हुआ है।
जयपुर में खोला रेस्टोरेंट बंद हुआ तो छापने लगा नकली नोट
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह का सरगना ब्रजेश मौर्य मूल रूप से मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में माधवगंज का रहने वाला है। वो करीब 8 साल पहले जयपुर आया। यहां वो टैक्सी चलाने लगा। इसके बाद कोरोना महामारी के पहले जयपुर में एक रेस्टोरेंट भी खोला, लेकिन लॉकडाउन और कोरोना की वजह से नुकसान हुआ। रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा। इसके बाद ब्रजेश नुकसान कि भरपाई करने व जल्दी लखपति बनने के लिए नकली नोट छापने लगा।
इसके लिए उसने जयपुर में गोनेर रोड पर 10 हजार रुपए महीने में एक विला किराए पर लिया। यहीं ब्रजेश मोर्या पुरानी बस्ती नाहरगढ़ रोड निवासी अपने साथी प्रथम शर्मा के साथ मिलकर हाई टेक स्कैनर और उपकरणों से 200 और 500 के हूबहू असली दिखने वाले नोट छापने लगा।
शेखावाटी और नागौर में रफीक के जरिये करते नकली नोटों की सप्लाई
पूछताछ में सामने आया कि लाख रुपए के नकली नोट सप्लाई करने के लिए ब्रजेश मौर्या ग्राहकों से 40 हजार रुपए के असली नोट लेते थे। ब्रजेश ने सप्लाई के लिए शेखावाटी और नागौर इलाके को चुना। यहां वो रफीक के जरिये नकली नोट सप्लाई करता था। ख़ास बात ये है कि उसने रफीक को ये बता रखा था कि वो यह नकली नोट बांग्लादेश से मंगवाता हैं। उसने रफीक से भी यह बात छिपाए रखी थी कि वो खुद ही नकली नोट छापता हैं।
रफीक ने रिश्तेदारों और दोस्तों को गिरोह में कर लिया शामिल
मास्टरमाइंड रफीक ने जाली नोट गिरोह में रिश्तेदारों और दोस्तों को शामिल कर रखा है। इतना ही नहीं इनके जरिये ही वो जयपुर में सरगना बृजेश से से लाइ गई फेक करेंसी को धीरे-धीरे केश ट्रांजैक्शन वाली जगहों पर चलवाता था। इसके लिए बाकायदा इन्हें 30 से 40 प्रतिशत का मुनाफ़ा भी देता था। अब पुलिस की रडार पर 7-8 आरोपी और है। वहीं पुलिस को पक्की आशंका है कि रफीक ने बुंदू खां के अलावा भी अपने अन्य गिरोह के सदस्यों के पास भी फेक करेंसी छुपा रखी है।

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