बीकानेर यातायात पुलिस में बड़ा खुलासा: चौथ वसूली का काम करने का सच आया सामने

बीकानेर यातायात पुलिस में बड़ा खुलासा: चौथ वसूली का काम करने का सच आया सामने

बीकानेर यातायात पुलिस में बड़ा खुलासा: चौथ वसूली का काम करने का सच आया सामने
बीकानेर। बीकानेर यातायात पुलिस पर कई बार चौथ वसूली का आरोप लगता रहता है लेकिन हकीकत सामने नहीं आने से हर बार बच कर निकल जाते है। शहर के मुख्य चौराहे व हेलमेट चैकिंग आदि जगहों पर प्राय: इस तरह आमजन से चौथ वसूली का काम करते रहते है। आमजन नहीं बोलते क्योकि उनको धमकाया जाता है। वर्दी की धौंस दिखाने से आमजन पुलिसकर्मी से उलझना नहीं चाहता है। हद तो तब हो गई आमजन से चौथ वसूली करते करते एक आईपीएस से सीधी चौथ वसूली की हिम्मत कर डाली। इससे साफ जाहिर है जो यातायात कर्मी अपने ही विभाग के अधिकारी से बिना डर के रिश्वत मांग सकता है तो आमजन को कहा छोडऩे वाले है।
थानों में तैनात पुलिसकर्मी भी यातायात में जाना पंसद करते है
प्राय: देखा जाता है कि थानों में तैनात पुलिसकर्मी यातायात में जाना पंसद करता है क्योकि काम भी कम हे और वसूली भी अच्छी हो जाती है। दबी आवाज में जब कई फल बेचने वाले व सडक़ पर अन्य खाद्य प्रदार्थो का ठेले लगाने वालों से पूछा तो उन्होंने डर के मारे सीधे तो कुछ नहीं कहा लेकिन कहा कभी कभार बच्चों के लिए देना पड़ता है। इस तरह से पुलिस की छवि को धूमिल करने में लगे हुए है।
काम कम वसूली पर ध्यान ज्यादा
अगर यातायातकर्मी ड्यूटी के दौरान अपने काम पर ध्यान देना शुरु कर दे तो शहर की यातायात व्यवस्था सुधार सकती है लेकिन सांखला फाटक, फड़बाजार पोईट, कोटगेट के बाहर आदि जगहों पर खड़े होमगार्ड कर्मी व यातायात कर्मियों को यातायात से कोई सरोकार नहीं है वो तो बस अपने मोबाइल व चाय ज्यूस की दुकानों के अंदर बैठकर हिसाब किताब करके ही समय पूरा कर देते है।
जब आईपीएस ने अपना परिचय दिया तो यातायातकर्मियों को छूटे पसीने मनाने लगे लेकिन कहते है बात बाहर आ ही जाती है। जब बात बीकानेर एसपी तक पहुची तो उन्होंने इस गंभीर मामला माना और तुरंत यातायात पुलिस के एक हवलदार व तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। जो सजा दी है वो और जो अपराध किया उसके आगे सजा छोटी है उन्होंने चारों जनों मिलकर पुलिस की छवि को धूमिल की है।

Join Whatsapp 26