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SBI के ग्राहकों को तगड़ा झटका, बैंक ने बदला ऐसा नियम, खबर सुनकर कस्टमर्स के छूटे पसीने

देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारतीय स्‍टेट बैंक (SBI) के ग्राहकों के लिए झटके वाली खबर है. अब SBI से अब लोन लेना महंगा हो जाएगा और नए और पुराने ग्राहकों की ईएमआई भी बढ़ जाएगी. दरअसल, एसबीआई (SBI) और फेडरल बैंक (Federal Bank) ने अपने ग्राहकों को जोरदार झटका दिया है. बैंक ने विभिन्न अवधि वाले कर्ज के लिए मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर (MCLR) में 25 बेसिस प्वाइंट्स तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है. आपको बता दें कि इससे पहले जून और जुलाई और अगस्त में भी लगातार एसबीआई ने एमसीएलआर में इजाफा किया था. दरें 15 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी हो चुकी हैं. आइये जानते हैं दोनों ही बैंकों के नए रेट्स.

15 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी एसबीआई की एमसीएलआर
एक दिन- 7.60%
एक महीना- 7.60%
3 महीने- 7.60%
6 महीने- 7.90%
एक साल- 7.95%
2 साल- 8.15%
3 साल- 8.25%

16 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी फेडरल बैंक की एमसीएलआर
एक दिन- 8.45%
एक महीना- 8.50%
3 महीने- 8.55%
6 महीने- 8.65%
एक साल- 8.70%

इसके अलावा अभी हाल ही में बैंक की तरफ से फ‍िक्‍सड ड‍िपॉज‍िट (FD Interest Rates) पर ब्‍याज दर भी बढ़ाया गया है. बैंक की ऑफ‍िश‍ियल वेबसाइट पर अपडेट जानकारी के मुताब‍िक SBI ने सभी अवधि के लिए अपने एफडी की ब्याज दरों में 20 आधार अंकों तक की वृद्धि की है. नई ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये से कम की फिक्स्ड डिपॉजिट पर लागू होंगी. बैंक की वेबसाइट के अनुसार, एफडी पर बढ़ी हुई ब्याज दरें भी 15 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी हैं. बैंक ने दो महीने के अंतराल के बाद रिटेल एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार एफडी की ब्याज दरों में बढ़ोतरी 10 आधार अंक (बीपीएस) से लेकर 20 बीपीएस तक है.

गौरतलब है कि आरबीआई ने हाल ही में मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट 0.5 फीसदी बढ़ाकर 5.9 फीसदी कर दिया, जिसके बाद बैंकों ने एमसीएलआर को बढ़ाना शुरू कर दिया. आपको बता दें कि रेपो रेट इसका 3 साल के उच्च स्तर पर है. इस साल अब तक RBI मई में 0.40 फीसदी वृद्धि के बाद जून और अगस्त में 0.50-0.50 फीसदी की वृद्धि कर चुका है, यानी इस असाल अब तक कुल मिलाकर आरबीआई रेपो रेट में 1.90 फीसदी की वृद्धि कर चुका है.

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