
सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के लिए भाटी कि अनूठी मुहीम






बीकानेर। बीकानेर स्थित राजस्थान सरकार की एकमात्र आवासीय खेल विद्यालय सादुल स्पोर्ट्स स्कूल की दुर्दशा सुधारने के लिए राजस्थान बास्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान दानवीर सिंह भाटी ने एक अनूठी मुहिम शुरू की है भाटी ने बीकानेर के सभी जनप्रतिनिधियों से सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में रह रहे खिलाड़ियों के भविष्य के लिए समर्थन मांगा है भाटी ने बताया कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल आज अपने गौरव और अस्मिता को खो चुका है सन 1982 मैं बीकानेर महाराज साहब ने सरकार को निशुल्क रूप से सादुल स्पोर्ट्स स्कूल को दिया था लेकिन सरकार ने इसकी स्थिति बदहाल कर दी हालत इतने बदतर हैं कि 1982 में वहां रह रहे खिलाड़ियों की किट मनी ₹1000 निर्धारित की थी लेकिन आज 40 साल बीत जाने के बाद भी वह महज 1000 ही है इसी तरह वहां रह रहे खिलाड़ियों का प्रतिदिन भोजन भता 2007 में एक ₹100 हुआ था जो कि आज 15 साल बाद भी यथावत है जबकि महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है हालात इतने बदतर हैं कि खिलाड़ियों के खाना बनाने के लिए कुक की जगह सहायक कर्मचारी खाना बना रहे हैं क्योंकि शिक्षा विभाग में कुक की पोस्ट ही नहीं निकाली गई आज तक, इसके साथ ही सभी खेल मैदानों में एक भी वाटर कूलर और आरो पानी पीने के लिए नहीं है, खेल मैदान एक भी राष्ट्रीय स्तर का नहीं है छात्रावासों की स्थिति बदहाल है सभी छात्रावासों की बिल्डिंग जर्जर हालत में है,भीषण गर्मी में भी छात्रों को कूलर लगाने की अनुमति नहीं मिलती, हालात इतने विकट है कि वर्तमान में 12 में से पांच खेलों के तो प्रशिक्षक कई महीनों से ही नहीं है, भाटी ने बीकानेर के सभी जनप्रतिनिधियों से निवेदन किया है कि सभी जनप्रतिनिधि राजस्थान के मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखकर इसकी दुर्दशा सुधारने की मांग करें क्योंकि ऐसी विकट स्थिति में खिलाड़ी कैसे तैयार होंगे, राज्य का एकमात्र आवासीय खेल विद्यालय व इतना बड़ा सेंटर होने के बावजूद आज तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान तक दर्ज नहीं करा पा रहा इसका कारण सिर्फ एक है सरकार की उदासीनता व शिक्षा विभाग का भ्रष्टाचार, गौरतलब है कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल की अव्यवस्थाओं के खिलाफ भाटी लगातार 3 सालों से प्रयासरत हैं लेकिन सरकार अपनी आंखें मूंद कर बैठी है, उन्होंने बताया कि बीकानेर के समस्त जनप्रतिनिधि इस मुहिम में खिलाड़ियों का साथ देने के लिए भी तैयार है


