
भजन सरकार राजस्थान में भी लागु करने जा रही गुजरात मोडल, लाखो मरीजों को मिलेगी राहत, पढ़े खबर







भजन सरकार राजस्थान में भी लागु करने जा रही गुजरात मोडल, लाखो मरीजों को मिलेगी राहत, पढ़े खबर
खुलासा न्यूज़। राजस्थान सरकार किडनी रोग से पीड़ित मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। गुजरात के सफल ‘वन गुजरात-वन डायलिसिस’ मॉडल को अपनाते हुए, राज्य में प्रत्येक जिला चिकित्सालय में 10-10 बेड वाले हीमोडायलिसिस वार्ड और डायलिसिस डे केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इस पहल से मरीजों को डायलिसिस के लिए बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा, और स्थानीय स्तर पर सस्ती व सुलभ उपचार सुविधा उपलब्ध होगी।
आप को बता दें कि चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में एसएमएस मेडिकल कॉलेज सहित राज्य के 10 सरकारी मेडिकल कॉलेजों और उनसे संबद्ध अस्पतालों को पत्र भेजा है। इसमें संस्थानों से सात दिन के भीतर यह जानकारी मांगी गई है कि वर्तमान में उनके यहां हीमोडायलिसिस यूनिट की स्थिति क्या है, कितनी मशीनें उपलब्ध हैं और नए डे केयर सेंटर स्थापित करने के लिए संभावित स्थान कौन-कौन से हो सकते हैं।
गुजरात में डायलिसिस डे केयर सेंटर, रोगियों को उनके गुर्दे की बीमारी के इलाज के लिए एक विशेष सुविधा प्रदान करते हैं। ये केंद्र मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता के बिना डायलिसिस उपचार प्रदान करते हैं। मरीज आमतौर पर कुछ घंटों के लिए आते हैं, डायलिसिस करवाते हैं और फिर घर लौट जाते हैं।
डायलिसिस डे केयर सेंटर, किडनी फेलियर (गुर्दे की विफलता) वाले मरीजों के लिए एक ऐसा स्थान है, जहां उन्हें हेमोडायलिसिस या पेरिटोनियल डायलिसिस जैसी डायलिसिस सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इन केंद्रों में रोगियों को एक सुरक्षित और आरामदायक वातावरण में प्रशिक्षित स्वास्थ्य पेशेवरों की देखरेख में डायलिसिस उपचार मिलता है।


