
सावधान…लक्षण बदल रहा कोरोना, कैसे आ रहा नए रूप में, यहां समझें






खुलासा न्यूज,बीकानेर। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद से ही मरीजों में कोरोना के लक्षण काफी बदल गए हैं। डॉक्टरों के सामने कोरोना संक्रमण को पहचानने की चुनौती बनी हुई है। डॉक्टर जब मरीज को कोरोना की जांच के लिए कहते हैं, तो उनमें से अधिकतर इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। निजी चिकित्सालय के डॉक्टर का कहना है कि अधिकांश लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है और अब लोग इस बीमारी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर में लक्षण बदल गए हैं और वे हल्के हो गए हैं, लेकिन समय पर इलाज न करने से बीमारी गंभीर भी हो सकती है।
डॉक्टर की सलाह अनसुनी कर रहे मरीज
चिकित्सकों का कहना है कि मरीजों की कोरोना टेस्ट कराने में रुचि नहीं है। वे डॉक्टर की सलाह को अनसुना कर रहे हैं। कोरोना टेस्टिंग में कमी का कारण है कि अब इसके सटीक आंकड़े सामने नहीं आ पा रहे। एक ही परिवार को लंबे समय तक सर्दी और खांसी होना भी इसका एक कारण हो सकता है। ऐसा समझा जा रहा है कि वायरस ने लक्षण बदल लिए हैं। इसके चलते राजस्थान के कई जिलों में दो या तीन केस कोरोना के सामने आने लगे हैं। डॉ. अबरार पंवार ने बताया कि मौसम बदलने से नवंबर-दिसंबर में सर्दी-खांसी और फ्लू आमतौर पर होता है। लेकिन जब एक ही परिवार के लोगों में यह लंबे समय तक बना रहे और मरीजों को स्वाद और गंध न आने की शिकायत हो, तब यह कोरोना का लक्षण हो सकता है, ऐसे में जांच करा लेना चाहिए।
वैक्सीनेशन रहा फायदेमंद
उन्होंने कहा कि ऐसे लक्षण वालों की जब जांच कराई गई तो वे कोरोना पॉजीटिव पाए गए। इनमें से अधिकांश मरीज घर पर ही ठीक हो गए, लेकिन कुछ रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। एक सप्ताह में करीब तीन दर्जन मामले ऐसे आए थे जिनमें से केवल एक मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उन्होंने कहा कि अब रोगियों को गीली खांसी, कफ पैदा करने वाली खांसी की शिकायत है जबकि इसके पहले पहली और दूसरी लहर के दौरान मरीज सूखी खांसी की शिकायत करता था। इसके साथ मरीज को हल्का बुखार हो रहा है जबकि इससे पहले उच्च तापमान वाला बुखार आता था।
वैक्सीन लगवाना फायदेमंद
ऐसे लक्षण वालों में पहले दस में से सात कोरोना पॉजीटिव होते थे, लेकिन अब दस में से एक-दो ही कोविड के मरीज होते हैं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाना लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद रहा है। इसके बाद अब कमजोर इम्यूनिटी वाले, अधिक उम्र या लंबे समय से बीमार लोगों को डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी बूस्टर खुराक को लेकर जानकारी नहीं है। ऐसे में जिन लोगों ने छह माह पहले टीका लगवा लिया है, उन्हें अब फ्लू शॉट लेना चाहिए।


