भारत-पाक मैच से पहले सैटेलाइट फोन से बात,जासूसी या तस्करी की आशंका ? सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

भारत-पाक मैच से पहले सैटेलाइट फोन से बात,जासूसी या तस्करी की आशंका ? सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

जैसलमेर। राजस्थान बॉर्डर से सैटेलाइट फोन की लोकेशन ट्रेस होने और उस फोन से पाकिस्तान बात करने के इनपुट के बाद से सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गई हैं। दिवाली से 12 दिन पहले और भारत-पाकिस्तान मैच से एक दिन पहले इस तरह की हरकत के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
नहीं ट्रेस हुआ सैटेलाइट फोन का यूजर
जैसलमेर के पोछीना बॉर्डर पर दो दिन पहले रात को सैटेलाइट फोन की लोकेशन मिलने के बाद सुरक्षा व जांच एजेंसियों ने पश्चिमी बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी है। सैटेलाइट फोन का उपयोग करने वाले को अब तक ट्रेस नहीं किया जा सका है। इधर, पुलिस ने भी आसपास के क्षेत्र में तलाशी शुरू कर दी है। सैटेलाइट फोन के एक्टिवेट होने को लेकर जांच अभी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंची है। सुरक्षा एजेंसियां इसे तस्करी और जासूसी से जोड़कर भी जांच कर रही है।
जहां नहीं नेटवर्क वहां सैटेलाइट फोन
सूत्रों ने बताया कि सैटेलाइट फोन का उपयोग आमतौर पर नॉन मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र में किया जाता है। पंजाब बॉर्डर के बाद पश्चिमी राजस्थान के बॉर्डर पर भी तस्करी की वारदातों को लेकर इन दिनों संवेदनशील क्षेत्र माना जा रहा है। गंगानगर और बाड़मेर में तस्करी की कुछ वारदातें सामने आ चुकी हैं। इस लिहाज से जैसलमेर बॉर्डर पर सैटेलाइट फोन की लोकेशन ट्रेस होने से किसी प्रकार की एंटी नेशनल गतिविधियों के संचालन से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
पुलिस जुटी जांच में
जैसलमेर एसपी डॉ अजय सिंह ने बताया कि हमको जो इनपुट दिया गया उस आधार पर संबंधित झिनझिनयाली थाने को निर्देश दिए गए। टीम वहां जाकर भी आई मगर बॉर्डर के 1 किलोमीटर एरिया में केवल रेत के टीले हैं और उस तक कोई भी व्यक्ति के आने या जाने के निशान नहीं मिले हैं। फिलहाल जांच जारी है।

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