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चुनाव से पहले इस कद्दावर जाट नेता ने कांग्रेस को छोडक़र भाजपा का दामन थामा

जयपुर। राजस्थान में चुनाव से पहले बड़े नेताओं के दल-बदल करने का सिलसिला जारी है। अब कद्दावर जाट नेता रहीं ज्योति मिर्धा कांग्रेस पार्टी को छोडक़र भाजपा का दामन थाम लिया है। ज्योति मिर्धा ने आज नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी ज्वाइन कर ली। इस दौरान भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि ज्योति मिर्धा खासतौर से नागौर की जाट राजनीति में खासा दबदबा रखतीं रहीं हैं। वे कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पौत्री हैं। ऐसे में ज्योति मिर्धा जैसी नेत्री का पार्टी छोडक़र प्रतिद्वंदी भाजपा के खेमे में जाना कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
ज्योति मिर्धा – व्यक्तिगत व राजनितिक सफर पर एक नजऱ–
– 26 जुलाई 1972 को जन्मी ज्योति मिर्धा के पिता राम प्रकाश मिर्धा और मां वीणा मिर्धा रहीं हैं, जबकि वे कांग्रेस के दिग्गज नेता नाथूराम मिर्धा की पौत्री भी हैं।
– 15वीं लोकसभा (2009-2014) के लिए नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से जीतकर सांसद बनीं थीं।
– 2009 के लोकसभा चुनाव में करीब 1 लाख 55 हज़ार वोटों के अंतर से सीट जीती थीं
संसद कार्यकाल के दौरान वे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर संसदीय स्थायी समिति और महिला सशक्तिकरण समिति की भी सदस्य रहीं
पहले जीता, फिर हारा चुनाव
गौरतलब है कि ज्योति मिर्धा वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव नागौर से जीता था लेकिन इसके अगले चुनाव में वह मोदी लहर में भाजपा प्रत्याशी सीआर चौधरी के सामने चुनाव हार गई थी।
दादाजीरहे हैं दिग्गज
ज्योति मिर्धा के दादा नाथूराम मिर्धा नागौर संसदीय क्षेत्र से वर्ष 1971 से 1980 तक लगातार तीन बार कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में चुनाव जीता। इसके बाद वह 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति लहर में कांग्रेस उम्मीदवार एवं उनके परिवार के रामनिवास मिर्धा से चुनाव हार गए थे।
एक्टिव नहीं मिर्धा, कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा: खाचरियावास
गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ज्योति मिर्धा के भाजपा ज्वाइन करने की खबर को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ज्योति मिर्धा के भाजपा ज्वाइन करने से कांग्रेस पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। खाचरियावास ने कहा कि ज्योति मिर्धा ना कांग्रेस पार्टी में और ना ही जनता के बीच एक्टिव हैं। मिर्धा ने कांग्रेस के बैनर तले चुनाव लड़ा है और वे चुनाव के समय ही एक्टिव रहती हैं। ऐसे लोग ही पार्टी बदलने का काम करते हैं। वहीं गठबंधन के सवाल पर मंत्री खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस को किसी एलायंस की जरूरत नहीं है, कांग्रेस अकेले बड़ी ताकत के साथ सरकार बनाने जा रही है।

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