
कड़ाके की सर्दी के लिए रहें तैयार, 2010 के बाद इस साल सबसे भीषण सर्दी पडऩे के आसार






कड़ाके की सर्दी के लिए रहें तैयार, 2010 के बाद इस साल सबसे भीषण सर्दी पडऩे के आसार
जयपुर। राजस्थान से दक्षिण पश्चिमी मानसून की विदाई के बाद से अब पूर्वी हवाएं चलने से सर्दी धीमी रफ्तार बढ़ने लगी है। बीती रात प्रदेश की राजधानी जयपुर समेत 15 जिलों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से कम दर्ज हुआ। आगामी दिनों में दीपोत्सव पर्व दीपावली पर दिन और रात के तापमान में आंशिक बढ़ोतरी होने की संभावना है वहीं दीपोत्सव पर्व के बाद सर्द हवाएं चलने और सर्दी के तेवर और ज्यादा तीखे होने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जताया है। बीती रात जयपुर समेत प्रदेश के 15 जिलों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज हुआ है।
2010 के बाद इस बार सबसे तेज सर्दी का अलर्ट
राजस्थान में इस साल सर्दी की शुरुआत अक्टूबर माह से ही शुरू हो गई है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो इस साल सर्दी के मौसम की अवधि भी ज्यादा दिनों तक रहने वाली है। सामान्यतया राजस्थान में दिसंबर से लेकर फरवरी-मार्च तक मौसम सर्द रहता है लेकिन इस साल ला-नीना की परिस्थितियां बनने से सर्दी की दस्तक भी समय पूर्व ही प्रदेश में हो चुकी है। ऐसे में राजस्थान में इस साल वैश्विक मौसम सामान्य से ज्यादा सर्द रहने की आशंका है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि आगामी सर्दी के मौसम में इस साल वर्ष 2010 से ज्यादा भीषण सर्दी पड़ने के आसार हैं।
सर्दी के मौसम में ज्यादा बारिश का अनुमान
मौसम विज्ञानियों के अनुसार वर्ष 2010 में राजस्थान से दक्षिण पश्चिमी मानसून की विदाई नवंबर माह में हुई थी। जिसके चलते हवा में नमी ज्यादा रहने पर कड़ाके की सर्दी का सामना लोगों को करना पड़ा। इस साल राजस्थान में दक्षिण पश्चिमी मानसून जमकर मेहरबान हुआ। वहीं मानसून विदाई के बाद भी प्रदेश के कई जिलों में अतिरिक्त बारिश से लोगों को अक्टूबर माह में ही सर्द मौसम का अहसास होने लगा है। ला-नीना के असर से इस बार राजस्थान में सर्दी के मौसम में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की आशंका है वहीं प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ भी ज्यादा प्रभावित कर सकते हैं।
दिन में मौसम शुष्क, धूप के तीखे तेवर
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार बीते गुरूवार को जयपुर समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन के तापमान में हुई आंशिक बढ़ोतरी के कारण मौसम शुष्क रहा। वहीं आगामी दिनों में आतिशबाजी और अन्य कारणों से गैसीय प्रदूषण ज्यादा रहने वाला है। जिसके असर से अगले तीन चार दिनों तक ज्यादातर भागों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। हालांकि दीपोत्सव के बाद प्रदूषण का स्तर घटने और तेज रफ्तार से पुर्वी हवाएं चलने पर फिर से सर्दी रफ्तार पकड़ेगी।

