
बच्चों की कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले सावधान, भारत बायोटेक ने जारी किया बयान






नईदिल्ली. अगर आप अपने 15 से 18 साल के बच्चे को कोरोना वैक्सीन की डोज लगवाने जा रहे हैं तो यह जानकारी आपको सतर्क करने वाली है। दरअसलए बच्चों के लिए भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन को मंजूरी मिली है लेकिन भारत बायोटेक की ओर से बयान आया है कि बच्चों को कोवैक्सिन के अलावा दूसरी वैक्सीन की डोज दिए जाने की कई रिपोर्टें मिली हैं।
भारत बायोटेक ने मंगलवार को कहा कि उसे ऐसी कई रिपोर्टें मिल रही हैं कि 15.18 साल के बच्चों को कोवैक्सिन के अलावा अन्य कोविड.19 वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। भारत बायोटेक ने स्वास्थ्यकर्मियों से सतर्क रहने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हुए कि उस विशेष आयु वर्ग को केवल कोवैक्सिन की टीका ही दिया जाए।
भारत बायोटेक ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन एकमात्र स्वीकृत ब्व्टप्क्.19 जैब हैए जो 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को दी जाती है। कंपनी ने कहा में 15.18 वर्ष आयु वर्ग को अस्वीकृत कोविड-19 टीके दिए जाने की कई अतिरिक्त रिपोर्टें मिली हैं।
एक बयान में कंपनी ने उल्लेख किया कि टीकाकरण के बाद सभी प्रतिकूल घटनाओं की सूचना स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रतिरक्षा के बाद प्रतिकूल घटना केंद्रों को दी जाती है। भारत बायोटेक के पास को प्राप्त करने और उसकी जांच करने के लिए व्यापक फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम भी हैं।
कोवैक्सीन को 2.18 वर्ष आयु वर्ग में सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता के लिए संपूर्ण नैदानिक परीक्षण मूल्यांकन के आधार पर अनुमोदन प्राप्त हुआ। वर्तमान मेंए यह भारत में बच्चों के लिए स्वीकृत एकमात्र कोविड-19 वैक्सीन है। देश में 3 जनवरी से 15 से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ है।


