बैंक मैनेजर की सजगता से बची लाखों की धोखाधड़ी,फर्जी दस्तावेज से रूपये उड़ाने की कोशिश नाकाम - Khulasa Online बैंक मैनेजर की सजगता से बची लाखों की धोखाधड़ी,फर्जी दस्तावेज से रूपये उड़ाने की कोशिश नाकाम - Khulasa Online

बैंक मैनेजर की सजगता से बची लाखों की धोखाधड़ी,फर्जी दस्तावेज से रूपये उड़ाने की कोशिश नाकाम

खुलासा न्यूज,बीकानेर। जस्सूसर गेट स्थित पंजाब नेशनल बैंक की सक्रियता के चलते पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के भतीजे की कंपनी से 24 लाख रुपए की धोखाधड़ी होते-होते बच गई। बैंक प्रबंधन और डूडी ने धोखाधड़ी से ट्रांजेक्शन का प्रयास करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ नया शहर पुलिस को रिपोर्ट दी है।
दरअसल, शनिवार को बैंक में एक कॉल आया। सामने वाले ने अपना नाम अतुल डूडी बताया और एक खाते में अर्जेंट 24 लाख 65 हजार 30 रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा। इस पर बैंक ने एक ईमेल करने और चैक भेजने के लिए कहा। कुछ ही देर में ईमेल पर एक लेटर आ गया। जिसमें पूरी जानकारी दी गई। जिसके खाते में ये राशि ट्रांसफर करनी थी, उसकी भी पूरी डिटेल दी गई। साथ ही चैक भी भेजा गया। इस ड्यूनेक ऑटो मोबाइल का चैक और उस पर सुशीला के हस्ताक्षर भी बताये गए। ये सब आने पर बैंक मैनेजर चंद्रकांत व्यास ने कॉल करने वाले से बात की। ठगी करने वाले ने जैसे ही हिंदी में बात की तो बैंक मैनेजर को शक हुआ। उन्हें पता था कि डूडी के परिवार में सभी लोग शुद्ध मारवाड़ी बोलते हैं। ये शख्स हिन्दी बोल रहा है। इस पर उन्होंने अतुल से भी संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उनकी ओर से किसी पेमेंट के लिए नहीं कहा गया। इस पर बैंक ने उक्त पेमेंट नहीं किया। व्यास व बैंक स्टॉफ की समझदारी से इस पेमेंट को रोक लिया गया। बाद में इस बारे में व्यास ने नया शहर पुलिस को एक रिपोर्ट दी, जिसमें कॉल करने वाले व्यक्ति के नंबर व उसकी ओर से मेल किए गए, डॉक्युमेंट भी दिए गए।
पीएनबी जस्सूसर गेट का चैक
धोखाधड़ी करने वाले ने बैंक के जस्सूसर गेट ब्रांच का चैक भी तैयार किया। इस चैक में सब कुछ प्रिंटेड था। और सिर्फ सुशीला के हस्ताक्षर हाथ से किए हुए थे। ये राशि 3 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर थी। जिसमें त्रिभुवन नारायण त्रिपाठी को 8 लाख 75 हजार 780 रुपए, कुलदीप को 6 लाख 99 हजार 450 रुपए और अंजार अली को 8 लाख 89 हजार 800 रुपए ट्रांसफर होने थे। तीनों के बैंक नाम और डिटेल दिए हैं लेकिन किस जिले के हैं, ये नहीं बताया गया।
मोहर का उपयोग
इस पत्र के साथ ही धोखाधड़ी करने वाले ने कंपनी की मोहर भी लगाई है। जिसमें डूडी पेट्रोल पंप के पास व सूरतगढ़ का पता दिखाई दे रहा है।

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