
हिंसा अहिंसा के मध्य युवा भ्रमित है, बन्दूक नाटक ने छोड़े ज्वलंत सवाल




खुलासा न्यूज बीकानेर। संकल्प नाट्य समिति, बीकानेर के तत्वावधान में विख्यात शायर व रंगकर्मी आनंद वी आचार्य की स्मृति में टाउन हाल में चल रहे आज पांच दिवसीय राज्य स्तरीय नाट्य समारोह के तीसरे दिन आज 19 फऱवरी को ऊर्जा थियेटर सोसायटी, बीकानेर की तरफ से रिज़वान ज़हीर उस्मान लिखित तथा अशोक जोशी द्वारा निर्देशित नाटक बन्दूक का प्रभावी मंचन किया गया । संयोजक विद्या सागर आचार्य ने बताया बन्दूक नाटक एक बूढ़े व युवा की की कहानी है जिसमे बताया गया की हिंसा की संस्कृति के कारण दुनिया नष्ट हो गई है और आखरी बचे युवक को बंदूक विरासत में मिली है और अब उसे विरासत में मिली बन्दूक पर एक बूढ़े कारीगर से अपने खानदान का नाम खुदवाना है। बियाबान हो चुके जंगल रुपी दुनिया में युवक उस वृद्ध कारीगर को खोजता हुआ भटक रहा है। भ्रमित युवक बन्दूक को स्वयं पर हावी होते हुए पाता है। अहिंसा – हिंसा के बीच नाटक ज्वलंत सवाल छोड़ता है की क्या बन्दूक का चरित्र कभी नहीं बदलेगा । सुरेश पुनिया तथा काननाथ गोदारा के शसक्त अभिनय , निर्देशक के अभिनव प्रयोग दर्शकों को बाँधने में सफल रहे । प्रकाश परिकल्पना रमन कुमार , मंच सज्जा नील माधव, संगीत प्रभाव पृथ्वी सिंह राठौड़, रूप सज्जा सिम्मी सत्यानी तथा मंच प्रबंधन रवि शर्मा का रहा । इस अवसर पर कलाकारों का सम्मान भी किया गया । दर्शकों में राजेंद्र जोशी, प्रह्लाद राजपुरोहित, हरीश बी शर्मा, सुधेश व्यास, कैलाश वैष्णव, रामदयाल राजपुरोहित, दीपांशु पांडे , वसीम राजा कमल सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे। समारोह के मुख्य समन्वयक अभिषेक आचार्य ने बताया कि विख्यात नाटककार अर्जुन देव चारण के सानिध्य में चल रहे समारोह के चौथे दिन 20 फरवरी को आयोजक संस्था संकल्प नाट्य समिति की तरफ से दीपांकर चौधरी के निर्देशन में नाटक उधार का पति का मंचन किया जायेगा ।




