
बाफना का संथारा निरंतर 76वें दिन जारी





बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़-तेरापंथ की सुश्राविका श्रीमती कमलादेवी बाफना धर्मपत्नी स्व.नेमचंदजी बाफना का संथारा निरंतर गतिमान है।12की तपस्या के पश्चात परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी की आज्ञा से सेवा केन्द्र व्यवस्थापिका साध्वी श्री कनकरेखा जी,सुरजप्रभा जी ,सहवर्तनी साध्वियों, श्रावक-श्राविकाओं एवं पारिवारिक स्वजनों की उपस्थिति में 10 मार्च को तिवियार संथारा का प्रत्याख्यान करवाये थे।आज संथारा का 76वा दिवस है। कमला देवी बाफना के देवर के बेटे विजय बाफना ने बताया की परिवार के सभी सदस्य धर्मउपाशना मे रत है परिवार का हर कोई सदस्य छोटा , बडा सब श्रीमती बाफना का मनोबल प्रबल करने हेतु भक्ति गीतिका , समाई , तप ढाले गा रहे है ! श्री बिमल दुगड ने बताया की श्रीडूंगरगढ़- संथारा साधिका श्रीमती कमलादेवी बाफना के आज संलेखना एवं तिवियार संथारा का 76 वाँ दिवस है। आज 12 मई को सुबह 10:38 बजे पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी की आज्ञा से सेवा केन्द्र व्यवस्थापिका साध्वी श्री कनकरेखा जी ,सूरजप्रभाजी,सहवर्तनी साध्वीवृन्द एवं परिवार जन की उपस्थिति में चोवियार संथारा का प्रत्याख्यान करवाया।


