बदहाल निगम सिस्टम:खुद की गौशाला,फिर भी निजी गौशाला में छोड़े जा रहे है आवारा पशु

बदहाल निगम सिस्टम:खुद की गौशाला,फिर भी निजी गौशाला में छोड़े जा रहे है आवारा पशु

खुलासा न्यूज, बीकानेर। नगर निगम बोर्ड की ओर से शहर को आवारा पशुओं से मुक्त करने के उद्देश्य से नंदी गौशाला बना रखी है। लेकिन निगम के बदहाल सिस्टम में निगम की यह गौशाला खुद ही बीमार पड़ी है। जिसके चलते पकड़े जाने वाले आवारा पशुओं को स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से चलाई जा रही गौशाला में छोड़ा जा रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले एक माह में आवारा पशुओं की चपेट में आने से दो जनें गंभीर घायल हुए। जिसके बाद हरकत में आएं जिला कलक्टर ने प्रतिदिन सौ आवारा पशुओं को रोजाना पकडऩे के निर्देश निगम को दिए थे। लेकिन जिला कलक्टर के आदेश निगम हवा करती नजर आ रही है। हालात यह है कि निगम की ओर से दो टेक्ट्ररों के जरिये बीस दिनों में करीब 140 आवारा पशु ही पकड़े है और उनको बच्छु अग्रवाल की ओर से बनाई गई गौशाला और जसमसलर स्थित गौशाला में छोड़ा जा रहा है। ऐसे में
ठेकेदार भी छोड़ रहा है निजी गौशालाओं में
उधर निगम की ओर से आवारा पशुओं को पकडऩे के लिये किये गये ठेके की कंपनी ओर से संचालित ट्रेक्टर भी निजी गौशालाओं में आवारा पशुओं को छोड़ रहे है। सूत्र बताते है कि मैसर्स पूनमचंद सूरजमल फर्म की ओर से दो ट्रेक्टरों के जरिये इन दिनों आवारा पशुओं को पकडऩे का काम किया जा रहा है। इस फर्म ने गत एक सप्ताह में 230 आवारा पशुओं को पकड़ा गया। जिन्हें अम्बासर व बच्छु अग्रवाल की गौशाला में छोड़ा गया। मजे की बात तो यह है कि निगम की ओर से संचालित नंदी गौशाला में इन पशुओं को लेने से इंकार किया जा रहा है। जब इसकी जानकारी ली गई तो सामने आया कि निगम की ओर से नंदी गौशाला को संचालित करने वाली फर्म का रूपयों बकाया पड़ा है। जिसकी वजह से नंदी गौशाला वाले ठेकेदार ने इन आवारा पशुओं को लेना बंद कर दिया है।

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