
बीकानेर: सरप्लस शिक्षकों का समायोजन बीच सत्र में करने से स्कूलों में बिगड़ा छात्र-शिक्षक अनुपात





बीकानेर: सरप्लस शिक्षकों का समायोजन बीच सत्र में करने से स्कूलों में बिगड़ा छात्र-शिक्षक अनुपात
बीकानेर। शिक्षा सत्र के बीच में सरप्लस शिक्षकों का समायोजन करने से एक ओर जिले के अनेक स्कूलों में छात्र – शिक्षक अनुपात बिगड़ गया है। वहीं दूसरी ओर कुछ स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। शिक्षको की कमी से 14 दिसंबर से शुरू होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा पर भी संकट खड़ा हो गया है। जिन स्कूलों में अब सिर्फ एक ही शिक्षक बचा है वहां परीक्षा कौन कराएगा यह समझ नहीं आ रहा है। उधर, जिन शिक्षकों का गाइडलाइन को दरकिनार कर समायोजन किया गया है वह अब संशोधित आदेशों के इंतजार में है। हालांकि शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षक से परिवेदना लेकर 13 दिसंबर तक उनका निस्तारण करने के निर्देश सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं। परिवेदना दर्ज करने की अंतिम तिथि 12 दिसंबर निर्धारित है।
इस समायोजन से नवक्रमोन्नत स्कूलों में सबसे ज्यादा समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल, पिछले कुछ सालों में नवक्रमोन्नत हुई उच्च माध्यमिक स्कूलों में अभी तक सेकंड ग्रेड और व्याख्याता के पद मंजूर नहीं हुए हैं। लेकिन यहां पहले से कार्यरत तीन- चार तृतीय श्रेणी शिक्षकों का अधिशेष के नाम पर दूसरी स्कूलों में समायोजित किया गया है। अब इन स्कूलों में केवल चार टीचर ही कार्यरत है। वही कक्षाएं 12वीं तक संचालित की जा रही है।
14 दिसंबर से अर्द्धवार्षिक परीक्षा, पेपर वितरण कल
दूसरी ओर शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार राज्य स्तर पर अर्द्धवार्षिक परीक्षा करवाई जा रही है। 9वीं से 12वीं कक्षा की अर्द्धवार्षिक परीक्षा 14 दिसंबर से 24 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। संबंधित स्कूलों को प्रश्न पत्र का वितरण 12 दिसंबर व 13 दिसंबर को किया जाएगा। जिन स्कूलों में स्टॉफ कम है वहां अब परीक्षा करवाने में समस्या आएगी।


