
एएसआई ने महिला को मुक्के मारे, गला दबाया, धक्का देकर जमीन पर गिराया; पुलिस बोली – हम पर पत्थर फेंके थे, एसपी ने किया लाइन हाजिर





एएसआई ने महिला को मुक्के मारे, गला दबाया, धक्का देकर जमीन पर गिराया; पुलिस बोली – हम पर पत्थर फेंके थे, एसपी ने किया लाइन हाजिर
नागौर। डीडवाना-कुचामन में एक महिला के साथ पुलिस की बदसलूकी का मामला सामने आया है। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठा लिया। युवक की पत्नी और बेटे ने विरोध किया।
एएसआई ने महिला को मुक्के मारे और डंडे से पीटा। साथ ही गाली-गलौज करते हुए गला भी दबाया। इसका वीडियो भी सामने आया है।
युवक ने पुलिस पर घर में तोड़फोड़ करने का भी आरोप लगाया। मामला एसपी तक पहुंचा। एसपी ऋचा तोमर ने ASI को लाइन हाजिर कर दिया।
घटना मकराना के बरवाली गांव में रविवार(7 सितंबर) की सुबह करीब 11 बजे हुई। मामले में चंपालाल मेघवाल ने रिपोर्ट दी है कि गांव में पिछले काफी समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इस संबंध में 17 अगस्त को मकराना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
चंपालाल ने बताया कि एएसआई विनोद कुमार मीणा, पुलिसकर्मी रंगलाल, कालूराम, अमर सिंह और सुमन आए। इसके बाद मुझे, भाई हनुमान, गोपाल, पत्नी किरण और रिश्तेदार मुकेश को जबरन गाड़ी में बैठाने लगे। मुझे गाड़ी में बैठा लिया तो पत्नी ने बीच- बचाव करने की कोशिश की। इस पर एएसआई ने मारपीट शुरू कर दी। घटना का किसी ने वीडियो बना लिया, जिसे डिलीट करने के लिए कहा, ऐसा नहीं करने पर राजकार्य में बाधा समेत अनेक मामले दर्ज करने की भी धमकी दी।
एएसआई विनोद कुमार का कहना है कि 5 सितंबर को गीता देवी ने मकराना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया कि उसकी बरवाली गांव स्थित जमीन पर बने मकान में घुसकर उसके रिश्तेदार चंपालाल और उसके परिवारजनों ने मारपीट-तोड़फोड़ की।
मामले की जांच के लिए 7 सितंबर को मोजा बरवाली गुर्जरों की ढाणी पहुंचे थे। वहां चंपालाल और उसकी पत्नी के अलावा चंपालाल के भाई हनुमानराम, गोपालराम, मुकेश मौजूद था। जब विवादित जमीन के मामले में जांच शुरू की तो चंपालाल ने गीता देवी को जान से मारने की धमकी दी।
पांचों ने आवेश में आकर पुलिस जाब्ते पर पथराव कर दिया। इससे कॉन्स्टेबल सुमन के भी चोटें आई। इसके बाद आरोपियों ने जाप्ते के ऊपर ट्रैक्टर और कार चढ़ाने का प्रयास किया। सूचना पर थानाधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे, जिन्हें देखकर हनुमान राम, गोपाल राम और मुकेश भाग गए। विवाद बढ़ने के बाद मकराना थाने में एफआईआर दर्ज की गई।


