पावर प्लांट में तैनात एएसआई ने सिर पर गोली मारी; परिजन बोले- डिप्टी कमांडेंट परेशान करते थे, शव लेने से इनकार - Khulasa Online पावर प्लांट में तैनात एएसआई ने सिर पर गोली मारी; परिजन बोले- डिप्टी कमांडेंट परेशान करते थे, शव लेने से इनकार - Khulasa Online

पावर प्लांट में तैनात एएसआई ने सिर पर गोली मारी; परिजन बोले- डिप्टी कमांडेंट परेशान करते थे, शव लेने से इनकार

नागौर CISF में एडिशनल सब इंस्पेक्टर नागौर के मांगीलाल ने रविवार को अपनी सर्विस पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। ASI उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले में घाटमपुर के नेयवेली पावर प्लांट की सुरक्षा में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान ही उन्होंने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलने पर कानपुर की पुलिस फोर्स और फॉरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची।

फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। इधर, घटना की जानकारी मिलते ही कानपुर पहुंचे परिजनों ने CISF के डिप्टी कमांडेंट पर ASI मांगीलाल को परेशान करने के आरोप लगाए हैं। परिजनों ने पूरा खुलासा नहीं होने तक शव लेने से इनकार कर दिया है।

सर्विस पिस्टल से माथे पर मारी गोली
नागौर के ईग्यासनी गांव निवासी मांगीलाल 55 पुत्र शंकरलाल विश्नोई CISF सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स में ASI(असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे। पिछले डेढ़ साल से उनकी तैनाती घाटमपुर नेयवेली पावर प्लांट में थी। रोज की तरह रविवार को भी पावर प्लांट की सुरक्षा में कैंपस में ही तैनात थे।

बताया गया कि इस दौरान उन्होंने शस्त्रागार के बाहर खड़े होकर अपनी सर्विस पिस्टल से माथे पर गोली मार ली। फायर की आवाज सुनते ही स्टाफ के लोग दौड़े, लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी। ASI मांगीलाल का 23 साल का लड़का और 25 साल की बेटी है।

फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। वहीं कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। नागौर के ईग्यासनी गांव से उनका बेटा, चचेरा भाई, जवाई और एक जीजा सहित 4 लोग कानपुर पहुंच चुके हैं। कानपुर पहुंचते ही चचेरे भाई पुनाराम विश्नोई ने CISF के डिप्टी कमांडेंट पर ASI मांगीलाल को परेशान करने के आरोप लगाए।

पुनाराम का कहना है कि उनकी लगातार अपने भाई से फोन पर बात होती रहती थी, वो आत्महत्या नहीं कर सकता था। वो रोजाना कहता था कि डिप्टी कमांडेंट पंकज यादव उसे परेशान कर रहा है और जान से मारने की धमकी दे रहा है। वो परेशान होकर यहां से अपना ट्रांसफर भी करवाना चाह रहा था, लेकिन डिप्टी कमांडेंट पंकज यादव ट्रांसफर होने नहीं दे रहा था। उनका कहना है कि जब तक इस घटना का पूरा खुलासा नहीं होगा वो शव नहीं लेंगे।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26