
रिश्ते शर्मसार भाई ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बहन का किया सामुहिक बलात्कार





मनोहरपुर/शाहपुरा। मनोहरपुर पुलिस थाना इलाके में रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यह घटना न सिर्फ इंसानियत को बल्कि रिश्ते को भी तार-तार करने वाली है। सात दिन पहले सगे भाई ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर नाबालिग बहन के साथ सामुहिक बलात्कार किया और फिर गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। पिता की ओर से 18 मई को बालिका की गुमशदगी की दर्ज रिपोर्ट पर तलाशने पर 21 मई को मिश्रावास इलाके के पहाड़ी तलहटी में शव पड़ा मिला। पुलिस मामले की गहनता से जांच पड़ताल करते हुए शनिवार को बालिका के सगे भाई सहित चार जनों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया। बड़ी बात तो यह है कि किसी को संदेह नहीं हो, इसलिए हत्या के बाद आरोपित मामले की जांच में पुलिस टीम का सहयोग भी कर रहे थे, लेकिन आखिरकार आरोपित पुलिस के हत्थ चढ़े गए। आरोपितों ने नाबालिग बालिका के गुमशुदगी दर्ज होने से एक दिन पहले 17 मई को वारदात को अंजाम दे दिया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात सुलेश चौधरी ने बताया कि मनोहरपुर पुलिस थाने में 18 मई को टोडी स्थित धाबाई ईंट भट्टें पर काम करने वाले एक व्यक्ति ने अपनी 10 वर्षीय पुत्री के लापता होने की गुमशुगदी दर्ज करवाई थी। आईजी जयपुर रेंज एस. सेंगाथिर, जयपुर ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने मामले को गंभीरता से लिया और एएसपी सुलेश चौधरी को जांच अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही एक विशेष टीम का गठन किया। शाहपुरा पुलिस उपाधीक्षक नेहा अग्रवाल, थानाधिकारी शाहपुरा महेन्द्र सिंह, विराटनगर राजेन्द्र सिंह एवं थानाधिकारी मनोहरपुर रामस्वरूप बैरवा ने तीन दिन की कठोर मेहनत के बाद में 21 मई शाम करीब 5 बजे मिश्रावास इलाके के पहाड़ी तलहटी में बालिका का शव बरामद किया। जांच में बालिका का गला दबाकर हत्या करना और बलात्कार होना पाया गया। पुलिस ने हत्या एवं सामुहिक बलात्कार की धारा जोड़कर आरोपितों की तलाश शुरू की। शव के पास बिलायती बबूल के पेड़ के पास में बालिका के कपड़े मिले थे।
आरोपितों को पकडऩे के लिए की कड़ी मेहनत बालिका के साथ सामु़हिक बलात्कार एवं हत्या की वारदात में शामिल आरोपितों को पकडऩा चुनौती बन गया था। टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों ने कॉल डिटेल, मोबाइल लॉकेशन और टोड़ी ईंट भट्टें पर काम करने वाले लोगों से पूछताछ कर साक्ष्य जुटाने शुरू किए। इस बीच आरोपित सगा भाई व तीन जने जांच पड़ताल में पुलिस का सहयोग कर रहे थे। ताकि पुलिस को इन पर संदेह नहीं हो सके। पुलिस की कड़ी मेहनत से इन चारों युवकों के चेहरे सामने आ गए। पुलिस ने चारों युवकों से सख्ती से पूछताछ की तो वारदात करने की बात कबूल की। पुलिस ने सगे भाई समेत बरेली निवासी अमजद अली, शाजीद व वाजीद को गिरफ्तार किया।
इस तरह दिया घटना को अंजाम पुलिस ने बताया कि मृतक बालिका मंदबुद्धि थी। वह अपना दैनिक कार्य भी स्वयं नहीं कर पाती थी। इस बात से परिवार के सदस्य परेशान थे। मृतका के भाई ने अपने पडौसी शाजीद, वाजीद और अमजद के साथ मिलकर बालिका को टोडी ग्राम पंचायत के मिश्रावास वन क्षेत्र में ले गए। जहां पर इन्होंने बालिका से बारी-बारी से बलात्कार किया। इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। साथ ही पहाड़ी की तलहटी में एक नाले में डाल दिया। वहीं उसके कपड़ों को बिलायती बबूल के पेड़ के नीचे डाल आए।पुलिस टीम को मिलेगा सम्मान एवं पुरस्कार आईजी जयपुर रेंज एवं एसपी जयपुर ग्रामीण की ओर से मामले में टीम के सभी सदस्यों का सम्मान एवं पुरस्कार देने की घोषणा की है। टीम में एएसपी चौधरी, आईपीएस प्रोबेशनर्स कुंदन कावरिया, शाहपुरा थानाधिकारी महेन्द्र सिंह, विराटनगर थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह, मनोहरपुर थानाधिकारी रामस्वरूप बैरवा, सामोद थानाधिकारी हरवेन्द्र सिंह, फुलेरा थानाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, एएसआई रमेश चंद, हैड कांस्टेबल श्रवण कुमार, राजेन्द्र मीणा, लेखराम एवं मुकेश कुमार को पुरस्कार राशि एवं प्रमाण पत्र देने की घोषणा की है


