
आखिर ऐसा क्या हुआ कि बज्जू में उमड़ पड़ा जनसैलाब







आखिर ऐसा क्या हुआ कि बज्जू में उमड़ पड़ा जनसैला
होली स्नेह मिलन कार्यक्रम में उमड़ा सैलाब।
बज्जू प्रधान की और से आयोजित हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम..
गुलाब व गुलाल की होली के साथ थिरके क्षेत्र के लोग
बज्जू… कस्बे के कृषि मंडी के पास मंगलवार को होली के अवसर पर बज्जू प्रधान पप्पूदेवी-भागीरथ तेतरवाल की और से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। होली स्नेह मिलन कार्यक्रम में बज्जू क्षेत्र के गांवो से भारी तादाद में लोगों का हुजूम उमड़ा। सांस्कृतिक संध्या के तहत आयोजित कार्यक्रम में प्रधान पप्पूदेवी तेतरवाल ने संबोधन में कहा त्योहारों के पर्व पर आपसी मेलमिलाप का दौर खत्म होता जा रहा था और और युवा हमारी संस्कृति को भूलते जा रहे है,इसलिए इस तरह के कार्यक्रम से पहले की संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलता है और प्राचीन संस्कृति से रुबरु होने व सीखने का मौका मिलता है। कांग्रेस नेता भागीरथ तेतरवाल ने कहा कि जो पहले के समय मे प्राचीन खेलों का आयोजन, सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन होता था जो वो धीरे धीरे विलुप्ति की कगार पर था इसलिए इस तरह का आयोजन करवाने का निर्णय लिया,जिससे एकजुटता का संदेश जाता है। कार्यक्रम में कई ग्राम पंचायतों के सरपंच सहित जनप्रतिनिधियों व कोलायत विधानसभा क्षेत्र से आमजन ने भाग लिया।
गुलाब के फूलों व गुलाल के रंगों से खेली होली..
दोपहर 3 बजे से शुरू हुई सांस्कृतिक संध्या का दौर 11 बजे तक चला। इस दौरान गुलाब के फूलों व गुलाल रंगों से लोगों ने होली खेली। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों का माला पहनाकर, गुलाल व गुलाब के फूलों से स्वागत किया गया। इस दौरान 3 दिनों तक खटकण,मारदड़ी,कबड्डी,
सतोलिया आदि जैसे कई प्राचीन खेलों का भी आयोजन हुआ जिसमें युवा से लेकर बुजुर्गों तक ने भाग लिया।
लोकगीतों पर झूमे लोग…
कार्यक्रम में सवाई खान व तालाब खान ने तालरिया मगरिया,पान खड़ा दे,हल्का हल्का,मिठुड़ा मेहमान,राणा कासबा जैसे दर्जनों लोकगीत गाकर उमड़े लोगों को थिरकने को मजबूर कर दिया। इस दौरान वाद्य यंत्रों को उनकी धुनों पर बजाया गया।


