पाबंदिया खत्म होते ही बीकानेर में मची बैंड-बाजा-बारात की धूम, मेहमानों की बढ़ी संख्या, मैरिज गार्डन दिसम्बर क बुक! - Khulasa Online पाबंदिया खत्म होते ही बीकानेर में मची बैंड-बाजा-बारात की धूम, मेहमानों की बढ़ी संख्या, मैरिज गार्डन दिसम्बर क बुक! - Khulasa Online

पाबंदिया खत्म होते ही बीकानेर में मची बैंड-बाजा-बारात की धूम, मेहमानों की बढ़ी संख्या, मैरिज गार्डन दिसम्बर क बुक!

-संपादक कुशालसिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज, बीकानेर। पाबंदिया खत्म होते ही बीकानेर में हो रही शादियों में गैदरिंग और भीड़भाड़ बढ़ गई है। लोग दो साल की कसर पूरी कर रहे है। कोरोना के दौरान शादियों और मेहमानों की संख्या पर कई तरह की पाबंदियां थीं, जो अब हट चुकी हैं। कोविड के बाद शादियों का बड़ा सीजन आया है। बीकानेर में अप्रैल से दिसम्बर 2022 तक 54 सावे हैं। बीकानेर में मैरिज गार्डनों में जमकर गैदरिंग हो रही है। परिवार और कुटुम्ब के लोग, रिश्तेदार, मित्र, परिचित, आसपास रहने वाले, ऑफिस और बिजनेस के साथी उनके परिवार, सोसाइटी में रहने वाले लोगों को शादियों में खुलकर निमंत्रण दिया जा रहा है। मैरिज गार्डनों में जीमण के दौर चल रहे हैं। जिले में जमकर बैंड-बाजा-बारात की धूम मची है। लगभग सभी मैरिज गार्डन दिसम्बर तक बुक हो चुके हैं। 90 फीसदी की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। वेडिंग इंडस्ट्री के आकलन के मुताबिक बीकानेर में अप्रैल से मई तक शादी के सीजन करीबन 2000 शादियां होने की उम्मीद है। अंबुज सावा जो अक्षय तृतीया का है यानि तीन मई को है इस दरम्यान बैंड-बाजा-बारात की धूम मचेगी।

कोरोना के बाद अब शादियों में आया बूम, 3 से 4 गुणा बढ़ी तक मेहमानों की संख्या
बीकानेर उद्योग संघ के डी.पी.पच्चीसिया ने खुलासा न्यूज से बातचीत में बताया कि कोरोना के बाद अब शादियों में बूम आया है। लोग अच्छे से फंक्शन कर रहे हैं। जिन्होंने लम्बे समय से शादियां रोक रखी थीं, उनमें शादियों का क्रेज बहुत ज्यादा बढ़ गया है। अपने हिसाब से सारे फंक्शंस एन्जॉय कर रहे हैं। वेडिंग में परिवारों का मिलन महत्वपूर्ण होता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को बुलाया जा रहा है। कोराना पीरियड में ना के बराबर ही मेहमान रहते थे,घर के भी पूरे सदस्य शादी में नहीं बुलाए जा सकते थे। कोरोना पीरियड के पहले के मुकाबले भी अब शादियों में 3 से 4 गुणा तक भीड़-भाड़ बढ़ी है। पहले सामान्य शादियों में 300 से 500 लोग शामिल होते थे। बड़े स्तर की शादियों में 500 से 1000 लोगों को बुलाया जाता था। जबकि अब सामान्य शादियों में ही 1200 से 2000 लोगों की गैदरिंग प्लान की जा रही है। बड़ी और हाईफाई शादियों में 2000 से 3500 तक मेहमान पहुंच रहे हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी मची धूम
ग्रामीण क्षेत्रों में गांव के गांव शादी के जीमण में पहुंच रहे हैं। जहां हजारों लोग शादियों में शरीक हो रहे हैं। ग्रामीण इलाके में ज्यादातर शादियां गर्मियों में ही प्लान की जा रही हैं। मार्च-अप्रैल में फसल कटने के बाद किसान के साथ में पैसा आया है। आर्थिक स्थिति कुछ मजबूत है। ऐसे समय में शादी के बड़े आयोजन किए जा रहे हैं।

 

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