गर्मी के आते ही पानी के लिए हाहाकर मचना शुरु: परेशान होकर तीन सरपंच चढ़े पानी की टंकी पर
बीकानेर। गर्मी की आहट के साथ ही पेयजल की किल्लत को लेकर हाहाकार मचना शुरू हो गया है। जिसके चलते अब आमजन की बजाय जनप्रतिनिधियों में विरोध के स्वर उठने लगे है और विरोध स्वरूप अपनी बात की सुनवाई के लिये पानी की टंकी पर चढ़ गये है। जिले के नापासर कस्बे में पेयजल किल्लत को लेकर तीन सरपंच प्रतिनिधियों के नेतृत्व में ग्रामीण पानी की टंकी पर चढ़ गए है। बेलासर, मूंडसर और सिंथल ग्राम पंचायत क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल की किल्लत बनी हुई है। ग्रामीण लगातार पीएचईडी कार्यालय के चक्कर लगाकर थक चुके है। आज तीनों गांवों के सरपंच प्रतिनिधि पीएचईडी कार्यालय पहुंचे तो वहां से संतोषप्रद जवाब नहीं मिला तो ग्रामीण सहित सरपंच प्रतिनिधि टंकी पर चढ़ गए। सिंथल सरपंच प्रतिनिधि एडवोकेट गणेश दान, मुंडसर सरपंच प्रतिनिधि चतराराम मूड, बेलसर सरपंच प्रतिनिधि दीपाराम नायक सहित तीनों ग्राम पंचायत के ग्रामीण मौके पर मौजूद है। टंकी पर जान प्रतिनिधियों के चढऩे की खबर मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुँच रहे हैं। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी टंकी के पास एकत्र हो गये है।
नियमित नहीं आ रहा है पानी
सरपंच प्रतिनिधि गणेश दान का कहना है कि पिछले कई महीनों से पीने का पानी तक सरकार नहीं दे पा रही है। गाँवों में किसानों के परिवार से महिलाएँ काफ़ी दूर जाकर पानी ला रही है। कई बार महँगे टैंकर लेने पड़ते हैं। कैलाश दान का आरोप है कि विभाग के अधिकारियों को कई बार इस समस्या के बारे में बताया है। इसके बाद भी कोई समाधान नहीं है।