
राजू ठेहट को मारने की फिराक में आनंदपाल गैंग, पूछताछ में खुलासा





गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर के पांच साल के बाद उसका गिराेह फिर से सक्रिय हो गया है। बुधवार को पुलिस के हत्थे चढ़े आनंदपाल के गुर्गों ने पूछताछ में जो जानकारी दी है, उसने पुलिस की चिंताएं बढ़ा दी हैं। दरअसल, जयपुर कमिश्नर वेस्ट पुलिस को सूचना मिली थी कि 200 फीट के नजदीक से बड़ी मात्रा में डोडा-पोस्त की तस्करी की जा रही है। इस पर पुलिस ने 175 किलो डोडा पोस्त जब्त कर तस्करी वाहन को एस्कॉर्ट करने वाली गैंग के 5 सदस्यों को भी गिरफ्तार किया। गिरफ्तार बदमाशों में से एक मनोज कुमार नेहरा कुख्यात आनंदपाल गिरोह से जुड़ा है।
ठेहट को मारने की फिराक में था
पुलिस के अनुसार मनोज कुमार नेहरा गैंगस्टर राजू ठेहट को मारने की फिराक में भी था। उसने पूछताछ में आनंदपाल गैंग के एक्टिव होने व अन्य सदस्यों से संबंधित भी कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। ये बदमाश गैंगवार में गैंगस्टर राजू ठेहट को मारने की फिराक में थे। इस खुलासे के बाद राजस्थान में गैंगवाॅर दोबारा शुरू होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी मनोज कुमार नेहरा चित्तौड़गढ-मध्यप्रदेश से 1800 रूपए प्रति किलोग्राम से डोडा पोस्त लाकर हरियाणा और शेखावाटी में करीब 3 हजार किलोग्राम में बेचता था।
राजू ठेहट और आनंदपाल की दुश्मनी की कहानी
-1997 में बलबीर बानूड़ा और राजू ठेहट दोस्त हुआ करते थे। दोनों शराब के धंधे से जुड़े हुए थे। 2005 में हुई एक हत्या ने दोनों दोस्तों के बीच दुश्मनी की दीवार खड़ी कर दी।
-शराब ठेके पर बैठने वाले सेल्समैन विजयपाल की राजू ठेहट से किसी बात पर कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि राजू ने अपने साथियों के साथ मिलकर विजयपाल की हत्या कर दी।
-विजयपाल रिश्ते में बलबीर का साला लगता था। विजय की हत्या से दोनों दोस्तों में दुश्मनी शुरू हो गई। बलबीर ने राजू के गैंग से निकलकर अपना गिरोह बना लिया।
– बलबीर की गैंग में आनंदपाल भी शामिल हो गया। आरोप है कि दोनों ने मिलकर राजू के करीबी गोपाल फोगावट की हत्या कर दी।
– दुश्मनी का खेल ऐसा चला कि 2016 तक शेखावाटी में 15 से ज्यादा हत्याएं हुईं। दोनों ही गैंग्स ने जेल तक दुश्मनी निभाई।
-26 जनवरी 2014 को सीकर जेल में राजू ठेहट पर हमला हुआ तो छह महीने बाद ही बीकानेर जेल में आनंदपाल और बलबीर पर। हमलों में राजू ठेहट, आनंदपाल तो बच गए, लेकिन बलबीर मारा गया।
-वहीं, आनंदपाल का 24 जून 2017 को पुलिस द्वारा एनकाउंटर कर दिया गया।


