
एक अबला ने लगाई महिला अधीक्षक से यह गुहार,बस आपसे ही न्याय की उम्मीद






खुलासा न्यूज,बीकानेर। स्थानीय चोपड़ा बाड़ी गंगाशहर निवासी बेबी देवी ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर उनके पति के खिलाफ रंजिशवश मुकदमें में फंसाने की बात कही है। परिवादिया ने पुलिस अधीक्षक से ही न्याय की उम्मीद जताते हुए बताया कि मेरे पति घेवरचन्द पुत्र सोहनलाल गहलोत पापड़ की फैक्ट्री चलाकर अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करते है। जिनका कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन गंगाशहर थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा षड्यंत्र रचकर एक मामला दर्ज किया गया है। लेकिन इस मामले की उच्चाधिकारी से जांच करवाने पर सारा मामला साफ हो जाएगा। बेबी देवी ने अपने ज्ञापन में पुलिस अधीक्षक का कुछ तथ्यों की ओर ध्यान आकर्षित करवाते हुए बताया कि 8 फरवरी को मेरे पति ने डॉ.एम.जी चोधरी के कर्मचारी सुशील मेरी बीमार बच्ची को डॉक्टरी सलाह लेने का समय लिया था जिसके अनुरूप मैं,मेरी बच्ची व मेरे पति स्कूटी आरजे-07 एसवाई-8527 पर सवार होकर सांय 6 बजे घर से निकले और रास्ते में महावीर चौक के पास राजाराम बिश्नोई, राजाराम मंडा द्वारा हमारा रास्ता रोका और मेरे पति को थाने चलने को कहा और मुझे स्कूटी से नीचे उतरकर जाने को कहा। तब मैनें व मेरे पति ने विरोध किया और मेरे पति ने अपने भाई को फ़ोन पर सूचना दी की मुझे जबरदस्ती थाने ले जा रहे है।तब तक अन्य पुलिसकर्मी आये और मेरे पति को गाड़ी में बैठाकर ले गये और हमारी स्कूटी भी थाने लेके चले गये। उक्त स्कूटी 10 फरवरी को सांय 5 बजे वापस छोड़ दिया। तब तक स्कूटी थाने में थी।
जब भाई ताराचन्द द्वारा 8 फरवरी को रात्रि में थाने में गये, जहा सी.आई. ने कहा कि घेवरचंद से पूछताछ चल रही है, यह कहकर ताराचन्द को वापस भेज दिया। साथ ही आश्वासन दिया कि कल तक उन्हें छोड़ दिया जायेगा। फिर अगले दिन 9 फरवरी को दिन में भाई ताराचन्द , अशोक सोलंकी, महेश रांका,तेजकरण,विनोद आदि कई बार थाने गये। जहां पूछताछ का कह कर पूरे दिन मेरे पति को लोकअप में रखा गया। साथ ही रात ही 8.30 बजे गस्त कर हवाला देकर मेरे पति के खिलाफ फर्जी एफ.आई.आर. 0048/2021 दर्ज कर दी गयी। जिसमें स्थान बद्री भेरू मंदिर के पास पिस्तौल बरामद करना आदि बताया गया।जो की पूरा आरोप गलत है। जेसे की मेरे पति को तो 26 घंटे पूर्व ही पुलिस द्वारा पूछताछ व रंजिश भावना स्वरूप गिरफ्तार कर लिया गया था।


