
गजब: पीबीएम के ट्रॉमा सेंटर में प्लास्टर के साथ ही सर्जिकल ब्लेड छोड दी, बच्चे को झेलना पड़ा दर्द




गजब: पीबीएम के ट्रॉमा सेंटर में प्लास्टर के साथ ही सर्जिकल ब्लेड छोड दी, बच्चे को झेलना पड़ा दर्द
बीकानेर। पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां एक बच्चे के पैर पर किए गए प्लास्टर के भीतर सर्जिकल ब्लेड छोड़ दी गई। जिससे बच्चे को लगातार दर्द और परेशानी झेलनी पड़ी।
छीपों का मोहल्ला मक्का मस्जिद निवासी मोहम्मद अयूब लोधा ने बताया कि उनके पोते उवेश रजा को 9 दिसम्बर को चोट लगने पर पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में दिखाया गया था। एक्स-रे के बाद डॉक्टर ने हड्डी में फ्रैक्चर बताते हुए प्लास्टर करने के निर्देश दिए। आरोप है कि नर्सिंग स्टाफ ने प्लास्टर करते समय सर्जिकल ब्लेड अंदर ही छोड़ दी।
प्लास्टर के बाद से बच्चे को तेज दर्द होता रहा। परिजनों ने आज उसे एक निजी चिकित्सक को दिखाया तो एक्स-रे और जांच के बाद प्लास्टर उतरवाया गया। इस दौरान पता चला कि प्लास्टर के भीतर छूटे ब्लेड की वजह से बच्चे के पैर में कई घाव हो गए।घटना से आक्रोशित परिजन शिकायत दर्ज कराने के लिए अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, लेकिन अधीक्षक कार्यालय में मौजूद नहीं मिले। स्टाफ ने बताया कि अधीक्षक मीटिंग में हैं। परिजनों ने पूरे मामले में जिम्मेदार डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने एक बार फिर पीबीएम अस्पताल की व्यवस्थाओं और मरीजों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।




