
जबरन धर्मांतरण का आरोप, घर से धार्मिक साहित्य और कागजात बरामद, करीब दस लोगों को लिया हिरासत में





खुलासा न्यूज बीकानेर। बीकानेर शहर में हिंदू संगठनों ने एक घर में जबरन धर्मांतरण कराए जाने का आरोप लगाया। आरोप है कि नयाशहर थाने के पास स्थित कब्रिस्तान के निकट एक घर में रविवार को बड़ी संख्या में बाहरी लोग जमा थे। इनमें बच्चे भी शामिल थे। ये सभी लोग प्रार्थना कर रहे थे। जैसे ही इसकी सूचना लगी हिंदू संगठनों के लोगों ने घर को घेर लिया। बताया जा रहा है कि इस दौरान एक महिला पैसों से भरा बैग लेकर फरार हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। घर में मौजूद लोगों के साथ हिंदू संगठनों के सदस्यों की हाथापाई भी हुई। पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में लिया है।
वहीं, सीओ सिटी श्रवण दास संत के अनुसार घर में बच्चों और महिलाओं सहित 12-13 लोग मौजूद थे। 10 लोगों को पूछताछ के लिए नयाशहर थाने लाया गया है। मौके से धर्म विशेष से जुड़े कागजात बरामद हुए हैं। फोटो, पुस्तकें, धार्मिक ग्रंथ और कई अन्य सामान भी मिले हैं। कुछ हस्तलिखित पर्चियां भी बरामद हुई हैं, जिनमें धर्म विशेष के बारे में लिखा गया है। संत के अनुसार चित्तौडग़ढ़ निवासी अजीत दास पर धर्म परिवर्तन करवाने का आरोप है। वह बीकानेर में ससुराल में रहता है। एक कागज में तलवार उठाने के बारे में लिखा है। इसके संदर्भ की जांच की जा रही है। जबरन धर्मांतरण के प्रमाण मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। संत के अनुसा प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया कि ये ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे थे।
वहीं, हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों का आरोप है कि घर में लंबे समय से धर्म विशेष का प्रचार-प्रसार कर जबरन धर्मांतरण करवाया जा रहा है। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने बताया कि बीकानेर के कब्रिस्तान के पास एक घर में धर्मांतरण की गतिविधियां चल रही थीं। शिकायत मिलने पर विभिन्न संगठनों के सदस्यों और पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। वहां कई आपत्तिजनक सामग्री मिली। रुपयों से भरा एक बैग भी था। जिस महिला के पास यह बैग था, वो वहां से भाग गई। पुलिस कार्रवाई में यह महिला पकड़ में नहीं आई। हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि उन्हें किसी धर्म से आपत्ति नहीं है, लेकिन लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराना स्वीकार्य नहीं है।


