सेवानिवृत्त हो रहे कार्मिकों के साथ दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप - Khulasa Online सेवानिवृत्त हो रहे कार्मिकों के साथ दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप - Khulasa Online

सेवानिवृत्त हो रहे कार्मिकों के साथ दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप

खुलासा न्यूज़, बीकानेर। इंगांनप कर्मचारी महासंघ भामस बीकानेर द्वारा पेंशन एवं पेंशनर्स वेलफेयर विभाग बीकानेर कार्यालय पर सेवानिवृत कर्मचारियों के पेंशन प्रकरणों पर अनावश्यक आपत्ति लगातार पेंशन प्रकरणों में विलम्ब करने एवं पेंशन प्रकरणों में दोहरा मापदण्ड अपनाकर भेदभाव करने के विरोध में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन पश्चात संघ प्रतिनिधि मण्डल द्वारा पेंशन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर गौरीशंकर रामावत व सहायक निदेशक विमल सुथार से वार्ता की गई। घेराव के बाद उन्हें ज्ञापन देकर उनके विभाग द्वारा दोहरे मापदंड अपनाने की जानकारी दी। गुरदीप सिंह ने बताया कि वित्त विभाग ने 30 अक्टूबर 2017 में जो आदेश दिया था उसमें सातवें वेतनमान के अंतर्गत पे बेंड व ग्रेड पे की समीक्षा कर उन कर्मचारियों के वेतन में कटौती के आदेश दिए थे। तब से लेकर अब तक इंगांनप के साथ ही जिले के सैकड़ों कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। मगर, सभी के वेतन से कटौती नहीं की गई। चहेतों के वेतन पर आक्षेप लगाए जा रहे हैं। एक ही नियम को अलग-अलग तरीके से लागू किया जा रहा है। उन्होंने दो उदाहरण भी उनके सामने रखे। बताया कि 31 जुलाई को दो कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं। इनमें से एक के वेतन व पेंशन पर आक्षेप लगाए गए हैं जबकि दूसरे के वेतन व पेंशन पास कर दी गई है। इससे कर्मचारियों में रोष व हताशा है। उन्होंने राज्य सरकार के आदेश के अनुसार अक्टूबर, 2017 के बाद सभी सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को एक ही मापदंड से न्याय देने की बात कही। साथ ही राज्य सरकार के इस आदेश को रोकने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने चेतावनी कि अगर विभाग ने एक ही प्रवृत्ति के प्रकरणों में इसी तरह भेदभाव किया तो वे आंदोलन तेज करेंगे।

साथ ही संघ प्रतिनिधि मण्डल ने पुरजोर तरीके से विरोध किया एवं वित्त विभाग राज, जयपुर के पूर्व में जारी निर्देशों की पालना नहीं कर कार्यरत कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने की कार्यवाही को नियम विरूद्ध बताया । आज की वार्ता व प्रदर्शन में संघ अध्यक्ष गुरदीप सिंह, महेन्द्र शर्मा महामंत्री, प्रमोद सिंह शेखावत, भंवर जनागल, पुखसिंह राठौड़, बृजपाल सिंह, शिवशंकर ओझा, संजीव परासर, कानसिंह चौहान, गणेश श्रीमाली, रामकिशन, रामदास, सुमेरसिंह, मोहनराम, राजेश गौड़ आदि शामिल थे।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26