
राजस्थान के सभी मंत्री देंगे इस्तीफा !






जयपुर। राजस्थान कांग्रेस का सियासी संग्राम अब खत्म होने की उम्मीद है। कांग्रेस आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल करने को तैयार हो गए। बुधवार रात जयपुर पहुंचे प्रदेश प्रभारी अजय माकन की सीएम अशोक गहलोत से लंबी चर्चा हुई। बृहस्पतिवार को फिर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। सूत्रों के अनुसार, आलाकमान की मंशा के अनुरूप सीएम दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के बाद सभी मंत्रियों के इस्तीफे लेंगे और फिर मंत्रिमंडल का पुनर्गठन किया जाएगा। नवंबर के पहले सप्ताह से राजनीतिक नियुक्तियों का सिलसिला भी शुरू होने को लेकर भी माकन व गहलोत के बीच सहमति बनी है।
इसी बीच, राज्य सरकार में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि जिस दिन गहलोत कहेंगे, उसी समय मंत्रीपद छोड़ दूंगा। अगर वह फिर बनाएंगे तो बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में गहलोत से बड़ा कोई नेता नहीं है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की चर्चा करते हुए धारीवाल ने कहा कि उनके प्रतिभा है। लेकिन जो इच्छा उन्होंने जाहिर की है, उस पर हमें आपत्ति है। सीएम तो गहलोत ही रहेंगे। गहलोत के विश्वस्तों में शामिल धारीवाल के बयान को मंत्रियों के इस्तीफे लेकर नए सिरे से मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है। उधर, गुजरात के प्रभारी बनाए गए राज्य के चिकित्सा मंत्री डा. रघु शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बुधवार को मुलाकात की। पंजाब के प्रभारी व राज्य के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी सोनिया से मिले। दोनों नेताओं को मंत्रीपद छोड़कर अपने प्रभार वाले राज्यों में सक्रिय रहने के लिए कहा गया है।


