AIIMS के सीनियर डॉक्टर का दावा- बच्चों को वैक्सीन लगाने का फैसला साइंटिफिक नहीं

AIIMS के सीनियर डॉक्टर का दावा- बच्चों को वैक्सीन लगाने का फैसला साइंटिफिक नहीं

देश में 15 से 18 साल के बच्चों को 3 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। सरकार ने यह फैसला नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया है। हालांकि देश में बच्चों का वैक्सीनेशन होना चाहिए या नहीं, इसे लेकर काफी वक्त से बहस चल रही थी। रविवार को AIIMS के सीनियर डॉक्टर संजय के. राय ने भी इस फैसले पर सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने इस फैसले को अनसाइंटिफिक यानी गैर-वैज्ञानिक बताया है। डॉ. राय एपिडेमियोलॉजिस्ट और इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।उनका कहना है कि इस फैसले पर अमल करने से पहले उन देशों के डेटा की स्टडी करनी चाहिए, जहां पहले ही बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है। अगर रिस्क और बैनेफिट एनालिसिस करें तो पाएंगे कि बच्चों को वैक्सीन लगाने के फायदे कम हैं और खतरे ज्यादा हैं। बता दें कि AIIMS में बड़ों और बच्चों पर कोवैक्सिन का ट्रायल चल रहा है। डॉ. राय इस ट्रायल में इनवेस्टिगेटर हैं।

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