
दौसा में डॉक्टर की आत्महत्या के बाद दोषियों पर कार्रवाई को लेकर बीकानेर के डॉक्टरों ने कलक्टर को दिया ज्ञापन, देखें वीडियों….






बीकानेर. लालसोट दौसा में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना शर्मा को मरीज के परिजन एवं नेताओं एवं प्रशासन की तानाशाही से तंग आकर आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। इसको लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. नवल गुप्ता, सचिव डॉ. विकास पारीक, डॉ. जितेन्द्र नागल, डॉ. अरूण तुनगारिया, डॉ. अबरार अहमद, डॉ. शैफाली दाधीच, डॉ. सी.एस.मोदी व डॉ. दिप्ती वहल आदि अन्य रेजिडेंट डॉक्टरों ने बुधवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। डॉ. राहुल हर्ष ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई को लेकर सरकार प्रभावी कानून बनाएं। साथ ही भीड़ के दबाव में अनावश्यक धाराएं लगाई जाती है जो अनुचित है इससे डॉक्टर तनाव में आता है। इस तरह प्रभावी रोक के लिए कानून बनाया जाएं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। कल तक कोई कार्रवाई नहीं होती है तो राज्य स्तर पर आंदोलन होगा।
यह है मांगे
– डॉ. अर्चना शर्मा व डॉ. सुनीत उपाध्याय पर धारा 302 लगाने वाले पुलिस ऑफिसर बर्खास्त हों एवं इन पर डॉ. अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकादमा दर्ज हो।
– वे असामाजिक तत्व, पत्रकार एवं स्थानीय नेता जो प्रसूता के परिजनों को उकसा कर मृत शरीर को वापस अस्पताल लाए उनकी पहचान और गिरफ्तारी हो।
– पुलिस एवं प्रशासन द्वारा की गई असंवेदनशील एवं गैर कानूनी कार्रवाई को देखते हुए स्थानीय प्रशासन के उच्चाधिकारियों को निलंबित किया जाएं।
– चिकित्साकर्मियों के विरूद्ध दर्ज होने वाले मामलों में जेब मैथ्यू केस में सुप्रीमकोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों की अक्षरश: पालना हो तथा नई एसओपी जारी हो। जो पुलिस अधिकारी एसओपी की अवहेलना करें उस पर अदालत की अवमानना का केस दर्ज हों।
– राजस्थान चिकित्सा परिचर्चा कानून 2008 की सख्ती से पालना सुनिश्चित की जाएं।


