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संभागीय आयुक्त के बाद बीकानेर में एक और बड़ी अधिकारी हो सकता है ट्रांसफर, होटल व्यवसायी की चैट हो रही वायरल

खुलासा न्यूज, बीकानेर। संभागीय आयुक्त नीरज के पवन का ट्रांसफर होना चर्चा का विषय तो बना हुआ है ही, उनके ट्रांसफर के पीछे यहां स्थानीय मंत्री का हाथ होना भी बताया जा रहा है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर नीरज के पवन के पक्ष में माहौल बन रहा है। लोग उनके द्वारा किये कामों को याद कर ट्रांसफर निरस्त करने की भी मांग कर रहे है, यहां तक की कुछ लोग ट्रांसफर के विरोध में धरने पर बैठ गए। वहीं, स्थानीय मंत्री पर आरोप लगाते हुए कोसा जा रहा है कि बीकानेर का भला चाहने वाले अधिकारी को यहां रहने नहीं दिया जा रहा। चर्चा यह भी है कि यह तो अच्छा हुआ कि नीरज के पवन पर सीएम अशोक गहलोत का हाथ, अन्यथा कब का ट्रांसफर हो जाता।

दरअसल, संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने बीकानेर शहर की कई ऐसी अव्यवस्थाओं में सुधार किया जो शहरवासियों के लिए नासूर बन चुकी थी। उनकी खास बात यह भी थी कोई फरियादी अपनी फरियाद लेकर उनके पास गया तो उसका समाधान हुआ। उन्होंने कोटगेट व सांखला फाटक में लगने वाले घंटों जाम को चंद मिनटों में दूर कर शहरवासियों को राहत दिलाई जिससे लोगों को बड़ी राहत महसूस हुई। इसी तरह कई ऐसे अतिक्रमण थे जिनको हटाकर आम सडक़ों को चौड़ा कर रास्ता सुगम बनाया। इसी क्रम में उन्होंने पीबीएम के ढर्रे को सुधारने की पूरी कोशिश की, जिसमें उन्होने सभी डॉक्टरों को समय में आकर मरीजों को देखकर उनका इलाज करना व गार्डों को ड्यूटी के दौरान चौकन्ना रहने की कड़ी हिदायत दी व सुबह बिना पास के किसी को भी पीबीएम के वार्डों में अंदर घुसना बंद कर देना प्रत्येक दिन बैड पर साफ-सुथरी बैडशीट के अलग-अलग कलर की लगाना। उनके द्वारा किये ये वो काम है जो आज उनके ट्रांसफर कर जनता याद कर ट्रांसफर को निरस्त करने की मांग कर रही है। लेकिन दूसरा पक्ष यह भी सामने आ रहा है कि संभागीय आयुक्त द्वारा की अतिक्रमण से शहर को एक बड़ा तबका नाराज भी, जो बार-बार यहां स्थानीय मंत्री से शिकायत कर रहे थे। बताया जाता है कि इन शिकायतों को लेकर मंत्री ने कई बार संभागीय आयुक्त से इस प्रकार की कार्यवाही नहीं करने को कहा, लेकिन बात का अनुसना किया गया। ऐसे में लोग यह मान रहे है कि संभागीय आयुक्त का ट्रांसफर होने में सबसे बड़ा कारण यही रहा कि बात को अनसुना किया जा रहा था। एक नजर से देखे तो मंत्री जी की नाराजगी भी जायज थी, क्योंकि आगामी चुनाव सिर पर है, ऐसे में शहरवासियों को वे कैसे नाराज कर सकते है।

 

एक और बड़े अधिकारी का हो सकता है ट्रांसफर

 

इस बीच, यह बात भी सामने आ रही है कि मंत्री के निशाने पर एक और अधिकारी भी है, जिनका तबादला भी जल्द हो सकता है। अंदरूनी जानकारी यह है कि मंत्री ने अपने लोगों का काम नहीं होने को लेकर इस अधिकारी को कई मर्तबा उलहना भी दिया है परंतु अधिकारी है कि सुनने को तैयार ही नहीं है। वो अपने काम में किसी की दखलदांजी नहीं चाहते। इस अधिकारी को लेकर मंत्रीजी के करीब एक बड़े व्यवसायी ने वाट्सग्रुप में शिकायत भी कर डाली। जिसका स्क्रीन शॉर्ट अब तेजी के साथ इधर-उधर जा रहा है। इस चैट में बताया कि अधिकारी की हठधार्मिता के चलते एक तबका नाराज हो रहा है जो आने वाले चुनावों में हमें नुकसान पहुंचा सकता है।

वाट्सएप ग्रुप में वायरल हो रही चैट

अधिकारी से नाराजगी वाली वाट्सएप पर चैट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। इस वाट्सएप ग्रुप में इस अधिकारी को हटाने को लेकर सुबह से लेकर शाम तक चर्चा हो रही है। मंत्रीजी के करीब एक होटल व्यवसायी ने चैटिंग में साफ तौर पर लिखा गया है कि अधिकारी मंत्री व उनके पार्षदों व उनके कार्यकर्ताओं की बात नहीं मान रहा है जिसका नुकसान हो सकता है इसलिए इस अधिकारी को जल्द से जल्द बीकानेर से रवानागी की जाये। बता दें कि यह वही होटल व्यवसायी है जिसने संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन का तबादला होने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लेकर संभागीय आयुक्त के आवास पर गए और जताने की कोशिश की आपका तबादला गलत हुआ, आप बीकानेर में रहे।

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