
आखिर जलसा ने धरने का क्यों लिया रूप,जाने पूरी खबर






खुलासा न्यूज,बीकानेर। लूनकरनसर में रबी की फसल के पकाव को लेकर इंदिरा गांधी नहर में पूरा पानी छोडऩे को लेकर उपखंड अधिकारी कार्यालय के आगे एक दिवसीय जलसा था किन्तु विभाग एवं प्रशासन के अधिकारियों की उदासीनता से खिन्न होकर किसानों ने अनिश्चित कालीन धरना आरम्भ कर दिया है।किसान नेता महीपाल सारस्वत ने अपने उद्बोधन में कहा कि असल में यह लड़ाई लंबी चलेगी, सिंचाई विभाग फसल पकाव के लिए नहर में पूरा पानी छोड़े अन्यथा आंदोलन को धारदार एवं तेज किया जाएगा, किसान के हितों पर आंच आई तो चुप नहीं रहेंगे, हमेशा किसान हितों के लिए संघर्ष किया है और यह आगे भी जारी रहेगा।
इस मौके पर ब्राह्मण धर्मशाला अध्यक्ष प्रभु दयाल सारस्वत, कॉमरेड लालचंद भादू, धर्मवीर गोदारा, तोलाराम गोदारा, भिनराज जाखड़ एवं आत्माराम ने किसानों के जलसे को संबोधित करते हुए सभी नहरी किसानों को अनिश्चित कालीन धरने में जुटने की अपील की। अनिश्चित कालीन धरने की खबर से उपखंड अधिकारी सहित नहर विभाग के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए हालांकि किसानों ने गांधीवादी तरीके से आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया है।


