
आखिर कौन है पीबीएम अस्पताल का धणीधोरी, पीबीएम में अंधेरी नगरी चौपट राजा






बीकानेर। संभाग की सबसे बड़ी अस्पताल पीबीएम है जहां पर बीकानेर के आस पास गांवों से लेकर जिला व तहसीलों के लोग आते है लेकिन इसकी व्यवस्थाओं को लेकर खून के आसू रोना पड़ता है। यह की व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो रखी है। आये दिन अस्पताल परिसर से वाहन पार हो रहे है मरीजों के हालचाल पूछने आने वाले रिश्तेदारों की वाहन चंद मिनटों में पार हो जाते है लेकिन अस्पताल परिसर या पुलिस प्रशासन कोई ठोस कार्यवाही नहीं की है। जानकारी ऐसी मिली है अस्पताल के वार्डों व ट्रोमा सेंटर में कई ऐसे लोग बैठते है जो अनट्रेड तक नहीं है रात के समय इनका बोलबाला है वो बिना ड्रेस बैठे रहते है उससे पता ही नहीं लगता है कि वो डॉक्टर है या नर्सिग कर्मचारी है इसको लेकर कई बार आमजन व इनके बीच में खासी बोलचाल होती है और वो ही झगड़े का कारण बनता है। पीबीएम अधीक्षक का आदेश है कि कोई भी चाय वाला अंदर चाय देने नहीं घ़्ाुसेगा लेकिन उसके बाद भी चाय वाल दिनभर वार्डों में चाय देने आते जाते रहते है उनको गार्ड भी नहीं रोकते है जिससे वार्डों में भर्ती मरीजों के परिजनों व मरीज के मोबाइल व अन्य सामने पार कर देते है। कई बार अस्पताल प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया लेकिन आज तक चाय वालों को अंदर जाने से नहीं रोका जा रहा है जिससे मरीज व उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गार्डों की लापरवाही से पीबीएम के वार्डों में चोरी की वारदातें होती है इसका मुख्य कारण रात को पीबीएम के गेट पर गार्डों की ड्यूटी तक नहीं होने से रातभर अनजान लोग वार्डों में घुमते रहते है जो चोरी की वारदातों को अंजाम देते है। जबकि पीबीएम परिसर के दो गेट ही खुले रहते है जिस पर भी रात को गार्ड नहीं है। दूसरी ओर अस्पताल के पूरे परिसर में लाईटें बंद रहती है जिसका चोरों को मिलता है। रविवार रात को एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां यूरोलॉजी विभाग में कार्यरत अटेंड अपने विभाग के आगे खड़ा था तभी दो मोटरसाइकिल सवार युवक आये और अंधेरे का फायदा उठाते हुए अटैंड का मोबाइल छीनकर भाग गये। कुछ लोग पीछे भी भागे लेकिन वो हाथ नहीं लगे। अगर सुरक्षा गार्ड तैनात होते तो चोर पकड़ में आ जते।
क्या रात को सुरक्षा गार्डों की आवश्यकता नहीं है
प्राय: देखा जाता है कि वार्डोंं के आस पास एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं रहता है जिसका फायदा चोरों को मिल रहा है क्या पीबीएम प्रशासन का आदेश है कि रात को पीबीएम परिसर में सुरक्षाकर्मी की आवश्यकता नहीं है। तभी एक भी सुरक्षाकर्मी दिखाई नहीं दे रहे है। आखिर पीबीएम किसके भरोसे है।
कैटिनों के आस पास बैठते है असामाजिक तत्व
कई बार देखा है पीबीएम परिसर में बनी कैटिनों के आस पास रात गहराते ही नामी बदमाश व असामाजिक तत्वों का जमावाड़ा हो जाता है जो वहां नशे व अन्य चीजों की सप्लाई करते नजर आते है।


